देहरादून, 21 जुलाई (भाषा) उत्तराखंड में सोमवार को कई स्थानों पर बारिश के बीच उफनाई काली नदी में बह कर एक व्यक्ति लापता हो गया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) पहुंचकर भारी बारिश से बने हालात का जायजा लिया।
परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पिथौरागढ़ जिले में कनालीछीना तहसील के डयोडा गांव में सुबह एक व्यक्ति काली नदी में बह गया।
अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस और अन्य एजेंसियों की टीमों ने मौके पर पहुंचकर तलाश शुरू की हालांकि अब तक लापता व्यक्ति का कुछ पता नहीं चल पाया है।
उन्होंने बताया कि लापता व्यक्ति की पहचान 35 वर्षीय सोबन सिंह के रूप में हुई है।
देहरादून में रविवार रात शुरू हुई बारिश सोमवार दोपहर तक जारी रही, जिससे आसन नदी का जलस्तर बढ़ गया और निकटवर्ती भूड़पुर क्षेत्र की आवासीय कॉलोनी में भी पानी भर गया।
पुलिस ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और घरों में फंसे लोगों को रस्सों की सहायता से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
बारिश के मद्देनजर पुलिस नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से सर्तक रहने की अपील कर रही है।
प्रदेश के अधिकतर स्थानों पर बारिश जारी रही जबकि कुछ स्थानों पर भारी से बहुत बारिश दर्ज की गयी।
देहरादून जिले में भारी बारिश की वजह से सोमवार को पहली से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल बंद रखे गए।
मौसम केंद्र ने दोपहर बारह बजे से अगले 24 घंटों के लिए अल्मोडा, चमोली, हरिद्वार व उधमसिंह नगर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ‘येलो’ अलर्ट और बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी व पिथौरागढ़ जिलों में अलग-अलग स्थानों पर ‘आरेंज’ अलर्ट जारी किया है।
मुख्यमंत्री धामी ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र जाकर प्रदेश में हो रही भारी बारिश से बने हालात का जायजा लिया और डिजिटल माध्यम से सभी जिलाधिकारियों से सड़कों की स्थिति, चारधाम और कांवड़ यात्रा की व्यवस्था, विद्युत, पेयजल एवं अन्य आवश्यक बातों की जानकारी ली।
धामी ने अधिकारियों को मानसून के दौरान 24 घंटे अलर्ट मोड में रहने और बारिश के पूर्वानुमान को समय रहते लोगों तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों से चारधाम श्रद्धालुओं को मौसम की नियमित जानकारी देने और वर्षा के कारण यातायात प्रभावित होने की स्थिति में ठहराव स्थलों पर भोजन, पानी एवं अन्य आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
भाषा दीप्ति जितेंद्र
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