नयी दिल्ली, 21 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा को पद से हटाने के लिए राज्यसभा में नोटिस देने की खातिर सोमवार को अपने और सहयोगी दलों के सांसदों के हस्ताक्षर एकत्र करने की दिशा में कदम उठाया। विपक्ष की ओर से सभापति जगदीप धनखड़ को एक नोटिस सौंपे जाने के कुछ घंटे बाद भाजपा ने यह कदम उठाया।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा और उसके सहयोगी दलों के कई सांसद नोटिस पर हस्ताक्षर करने के लिए संसद परिसर स्थित रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय पहुंचे।
इस घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष द्वारा पेश नोटिस से सत्तारूढ़ गठबंधन को झटका सा लगा क्योंकि वह उच्च सदन की इस प्रक्रिया से बाहर नहीं रहना चाहता था।
हालांकि, लोकसभा में कुछ मंत्रियों ने इसी तरह के एक सर्वदलीय प्रस्ताव का नेतृत्व किया, लेकिन इस बात के ऐसे संकेत नहीं थे कि विपक्ष राज्यसभा में भी ऐसा ही नोटिस देने की योजना बना रहा है।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि उन्हें उच्च सदन में विपक्ष के एकतरफा कदम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपे गए नोटिस पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, अनुराग ठाकुर समेत कुल 145 सदस्यों ने हस्ताक्षर किए हैं।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को सौंपे गए नोटिस पर 63 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं।
भाषा अविनाश नेत्रपाल
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