संभल, 21 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक इकबाल महमूद ने सोमवार को आरोप लगाया कि कुछ असामाजिक तत्व कांवड़ यात्रा में ‘घुसपैठ’ कर चुके हैं और सरकार ने इस मामले पर आंखें मूंद रखी हैं।
महमूद ने मियां सराय स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, “कांवड़ यात्रा और भगवान शिव की भक्ति की परंपरा सदियों पुरानी है। हम सच्चे शिव भक्तों की भक्ति का सम्मान व सराहना करते हैं लेकिन दुर्भाग्य से कांवड़ यात्रा में कुछ असामाजिक तत्व ‘घुसपैठ’ कर उपद्रव मचा रहे हैं और सरकार ने इस मामले पर आंखें मूंद ली हैं।”
उन्होंने कहा, “कांवड़ यात्रा में शिवभक्त कम और हुड़दंगबाज ज्यादा दिखाई देते हैं।”
सपा विधायक ने हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए दावा किया कि कांवड़ यात्रा में शामिल कुछ लोग मुजफ्फरनगर में स्कूल बसों में तोड़फोड़ और लड़कियों पर हमला करने में शामिल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “सरकार को ऐसे असामाजिक तत्वों पर नियंत्रण के लिए कदम उठाना चाहिए। कार्रवाई करने के बजाय सरकार और प्रशासन उन्हें बढ़ावा दे रहा है।”
महमूद ने जोर देकर कहा कि वह श्रद्धालुओं के नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ हैं, जो उपद्रव मचा रहे हैं और कानून-व्यवस्था का उल्लंघन कर रहे हैं।
यह पूछने पर कि क्या वह श्रद्धालुओं को ‘गुंडे और बदमाश’ कह रहे हैं, महमूद ने कहा, “मैंने ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है। दरअसल, मुख्यमंत्री ने मुहर्रम और अन्य आयोजनों को लेकर ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हालिया बयान पर कि कांवड़ यात्रा के दौरान उपद्रव करने वालों के पोस्टर लगाए जाएंगे, महमूद ने कहा, “वह (मुख्यमंत्री) पोस्टर कब लगाएंगे? यात्रा समाप्त होने के बाद? नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शनों के दौरान उच्च न्यायालय के स्थगन के बावजूद लखनऊ में महिलाओं को भी नहीं बख्शा गया। ये दोहरे मापदंड गंभीर सवाल खड़े करते हैं।”
सपा विधायक ने भाजपा सरकार पर वर्ष 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले जनता का ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की दुर्दशा जैसे असली मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय सरकार मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने के लिए धार्मिक भावनाओं से खेल रही है। लेकिन जनता अब जागरूक हो चुकी है और गुमराह नहीं होगी।”
भाषा सं. सलीम जितेंद्र
जितेंद्र