पणजी, 21 जुलाई (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि अंतरराज्यीय धर्मांतरण गिरोह के सिलसिले में स्थानीय पुलिस के साथ एक संयुक्त अभियान में उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल द्वारा गोवा से गिरफ्तार की गई 26 वर्षीय महिला अपने माता-पिता से मिलने यहां आई थी।
सावंत ने कहा कि अब समय आ गया है कि गोवा में धर्मांतरण रोधी कानून लाया जाए, क्योंकि राज्य में ‘लव जिहाद’ के मामले सामने आए हैं।
भाजपा विधायक प्रेमेंद्र शेट और आप विधायक क्रूज सिल्वा ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से विधानसभा में यह मुद्दा उठाया। विपक्ष के नेता यूरी अलेमाओ, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई, कांग्रेस विधायक कार्लोस अल्वारेस फरेरा और अल्टोन डीक्रूज के साथ रिवोल्यूशनरी गोअन्स पार्टी के विधायक वीरेश बोरकर ने मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की।
प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘गोवा पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार करने में उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद की जो ओल्ड गोवा (पणजी के पास) में रहती मिली। वह गोवा की निवासी नहीं है, बल्कि अपने माता-पिता से मिलने आई थी। हमारी जांच से पता चला है कि वह बाहर पढ़ाई करती थी और गोवा में नहीं रहती थी।’’
पुलिस ने उसकी पहचान आयशा के रूप में की है।
सावंत ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कार्रवाई का ब्योरा देते हुए कहा कि गोवा में जबरन धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि गोवा धर्मांतरण रोधी कानून लाए। हमने राज्य में लव जिहाद के मामले भी देखे हैं।’’
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 19 जुलाई को धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया।
भाषा शुभम नेत्रपाल
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