कोलंबो, 22 जुलाई (भाषा) श्रीलंका की एक संसदीय समिति ने निलंबित पुलिस प्रमुख देशबंदु टेन्नकून को कदाचार और शक्तियों के गंभीर दुरुपयोग का दोषी पाया है और उनको पद से हटाए जाने की सिफारिश की है। यह जानकारी संसद के स्पीकर जगत विक्रमरत्ने ने मंगलवार को संसद में दी।
विक्रमरत्ने ने कहा कि उन्हें जांच समिति की पूरी रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जिसमें टेन्नकून को पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के पद से हटाने की सिफारिश की गई है।
संसद स्पीकर ने कहा, “समिति ने अपनी जांच के बाद सर्वसम्मति से पाया है कि संबंधित अधिकारी लगाए गए आरोपों में दोषी पाए गए।”
यह पहली बार है जब श्रीलंका की संसद ने किसी पुलिस प्रमुख के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई की है।
विक्रमरत्ने ने बताया कि समिति की रिपोर्ट संसद के पटल पर संसदीय दस्तावेज के रूप में रखी जाएगी।
टेन्नकून को पद से हटाने के लिए संसद को महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान करना होगा।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टेन्नकून श्रीलंका पुलिस विभाग के 159 साल के इतिहास में पहले प्रमुख हैं जिनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि उन्हें जुलाई 2024 में उच्चतम न्यायालय द्वारा निलंबित कर दिया गया था, जिसने उनकी नियुक्ति की वैधता पर सुनवाई का आदेश दिया था।
टेन्नकून को नवंबर 2023 में पुलिस प्रमुख नियुक्त किया गया था। इससे पूर्व सर्वोच्च न्यायालय ने मौलिक अधिकारों से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई में उन्हें हिरासत में एक व्यक्ति को यातना देने का दोषी पाया था।
भाषा
मनीषा नरेश
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