भुवनेश्वर, 22 जुलाई (भाषा) ओडिशा सतर्कता विभाग ने मंगलवार को एक वन अधिकारी को कथित तौर पर 115 भूखंडों सहित आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पिछले दो दिनों में वन अधिकारी से जुड़े सात परिसरों पर की गई छापेमारी के दौरान राज्य सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारियों ने अधिकारी के नाम पर और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 115 भूखंड पाए।
सतर्कता विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘गिरफ्तार नित्यानंद नायक केंदु लीफ डिवीजन, क्योंझर के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) हैं। उन्हें आज सतर्कता विभाग, क्योंझर के विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किया जाएगा।’’
अधिकारियों ने बताया कि आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में रविवार और सोमवार को डीएफओ के कार्यालय और संपत्तियों पर एक साथ छापे मारे गए।
उन्होंने बताया कि क्योंझर के विशेष सतर्कता न्यायाधीश द्वारा जारी तलाशी वारंट के आधार पर तीन पुलिस उपाधीक्षकों, 10 निरीक्षकों और अन्य सहायक कर्मचारियों ने अंगुल, क्योंझर और नयागढ़ जिलों में सात स्थानों पर छापे मारे।
तलाशी अभियान के दौरान, सतर्कता अधिकारियों को डीएफओ, ओडिशा वन सेवा (ओएफएस) के एक अधिकारी और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 115 भूखंड मिले।
भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘115 भूखंडों में से 53 वन अधिकारी के नाम पर, 42 उनकी पत्नी के नाम पर, 16 उनके दो बेटों के नाम पर और चार उनकी बेटी के नाम पर दर्ज हैं।’’
उन्होंने बताया कि इसके अलावा विभाग को अंगुल जिले में एक बहुमंजिला इमारत और एक फार्महाउस का भी पता चला है।
छापेमारी के दौरान सतर्कता अधिकारियों ने 200 ग्राम सोना, 10.25 लाख रुपये नकद, 50.38 लाख रुपये से अधिक की बैंक जमा राशि और दो चार पहिया वाहन भी बरामद किए।
एक सतर्कता अधिकारी ने बताया, ‘‘ओडिशा सतर्कता विभाग द्वारा अब तक किसी सरकारी कर्मचारी और उसके परिवार के नाम पर प्राप्त भूखंडों की यह सबसे बड़ी संख्या है।’’
भाषा
सुरभि नरेश
नरेश