दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी), 22 जुलाई (एपी) गाजा में इजराइली हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए हैं। यह जानकारी फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को दी। इजराइल ने उस क्षेत्र में नयी घुसपैठ की, जो 21 महीने के युद्ध के दौरान बड़े पैमाने पर लड़ाई से अछूता था।
इजराइल के जमीनी आक्रमण का विस्तार ऐसे समय में हो रहा है जब इजराइल और हमास गाजा के लिए युद्ध विराम की शर्तों पर विचार कर रहे हैं, जिससे लड़ाई रुक जाएगी और कुछ बंधकों की रिहाई संभव हो सकेगी।
वार्ता का नवीनतम दौर हफ़्तों तक चला, लेकिन कोई सफलता के संकेत नहीं मिले, हालांकि वार्ताकारों ने उम्मीद जतायी है। इजराइल द्वारा गाज़ा के बड़े हिस्से पर अपना नियंत्रण बढ़ाने के साथ, सैनिकों की संभावित वापसी वार्ता में विवाद का एक प्रमुख मुद्दा है।
अमेरिका का डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इजराइल पर युद्ध समाप्त करने के लिए दबाव डाल रहा है और उसने अधीरता दिखायी है। सोमवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि ट्रंप गाजा में एक कैथोलिक चर्च पर हाल ही में हुए इजराइली हमले से ‘अचंभित’ थे।
पिछले सप्ताह शीर्ष ईसाई पादरियों ने उस चर्च का दौरा किया और मंगलवार को यरुशलम में एक संवाददाता सम्मेलन में युद्ध समाप्त करने का आह्वान किया।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इजराइली हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए हैं।
हताहतों को शहर के शिफा अस्पताल लाया गया था। अस्पताल के अनुसार, एक हमला गाजा शहर के पश्चिमी हिस्से में समुद्र तट पर बने शाति शरणार्थी शिविर में विस्थापित लोगों के लिए बने तंबुओं पर हुआ, जिसमें कम से कम 12 लोग मारे गए। इजराइली सेना ने कहा कि उसे अपनी सेना द्वारा किए गए ऐसे किसी हमले की जानकारी नहीं है।
अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सेल्मिया ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 38 अन्य फलस्तीनी घायल हुए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवा द्वारा साझा किए गए फुटेज में दिखा कि हमले में तंबू उड़ गए हैं और कुछ लोग जमीन पर पड़े हुए हैं।
अस्पतालों के अनुसार, गाजा शहर में सहायता ट्रकों का इंतज़ार कर रहे फलस्तीनियों की भीड़ पर रात भर हुए हमले में आठ लोगों की मौत हो गई। फलिस्तीनी रेड क्रिसेंट के अनुसार, कम से कम 118 लोग घायल हुए हैं।
एक तटीय सड़क पर सहायता ट्रकों का इंतज़ार कर रहे अहमद महना ने बताया कि भीड़ पर इजराइली विमानों ने दो बार हमला किया।
इजराइली सेना ने गाजा शहर पर हमले पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। फलस्तीनी नागरिकों की मौत के लिए इजराइल हमास को जिम्मेदार ठहराता है क्योंकि ये चरमपंथी घनी आबादी वाले इलाकों में सक्रिय हैं। इजराइल का आरोप है कि हमास युद्ध को लंबा खींच रहा है क्योंकि हमास ने युद्धविराम के लिए इजराइल की शर्तों को स्वीकार नहीं किया है, जिसमें सत्ता छोड़ने और निरस्त्रीकरण का आह्वान भी शामिल है।
मध्य गाजा के दीर अल-बलाह में, जहां पहले कोई बड़ी ज़मीनी कार्रवाई या व्यापक तबाही नहीं देखी गई थी, फलस्तीनियों ने रात भर हमलों और टैंकों की गोलाबारी से भारी विस्फोटों की सूचना दी। अयमान अबी हसन ने कहा, ‘‘यह लगातार जारी रहा। हमें लगा कि इलाका हिल रहा है, मानो भूकंप आ गया हो।’’
यरुशलम में, चर्च के शीर्ष पादरियों ने पिछले सप्ताह संघर्षग्रस्त क्षेत्र का एक दुर्लभ दौरा करने के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गाजा में युद्ध को समाप्त करने में मदद का आह्वान किया।
उनकी यह यात्रा गाजा के एकमात्र कैथोलिक चर्च पर इजराइली का एक गोला गिरने के एक दिन बाद हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और 10 घायल हो गए।
इस हमले की पोप लियो 14 और ट्रंप ने निंदा की और इजराइल ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक दुर्घटना थी।
एपी अमित प्रशांत
प्रशांत