नयी दिल्ली, 22 जुलाई (भाषा) एक संसदीय समिति ने केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय को इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और निर्माणाधीन जेवर हवाई अड्डे को क्षेत्रीय त्वरित परिवहन प्रणाली (आरआरटीएस) से जोड़ने की सिफ़ारिश की है।
आवास एवं शहरी मामलों की स्थायी समिति ने मेट्रो रेल, रेलवे, अंतर-राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी), बस डिपो और एक्सप्रेसवे जैसे अन्य परिवहन साधनों के साथ आरआरटीएस का एकीकरण सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के प्रयासों की सराहना की।
एम श्रीनिवासुलु रेड्डी की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी रिपोर्ट में इस बात पर ज़ोर दिया कि भविष्य में जेवर हवाई अड्डा के गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए एक प्रमुख परिवहन केंद्र बनने की उम्मीद है।
उसने कहा कि गाजियाबाद-नोएडा-ग्रेटर नोएडा गलियारे पर घने आवासीय क्षेत्रों, रोजगार के अवसरों, मनोरंजन क्षेत्रों, शिक्षण संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के कारण इन क्षेत्रों को आरआरटीएस जैसी तेज़, सुरक्षित, विश्वसनीय और कुशल परिवहन प्रणाली से जोड़ना महत्वपूर्ण है।
समिति ने कहा, ‘‘आरआरटीएस के एकीकरण से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार होगा, बल्कि दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर की यात्रियों की संख्या और वित्तीय व्यवहार्यता भी बढ़ेगी। यह जेवर हवाई अड्डे को आवश्यक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा, जो इस क्षेत्र के परिवहन नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।’
समिति ने सिफारिश की कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और यात्रियों की आवाजाही सुव्यवस्थित करने के लिए दोनों हवाई अड्डों को आरआरटीएस नेटवर्क से जोड़ा जाना चाहिए।
भाषा अविनाश पवनेश
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