(कॉपी में एक शब्द विशेष में सुधार के साथ रिपीट)
बेंगलुरु, 23 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने दक्षिण कन्नड़ जिले के ‘धर्मस्थल’ में सामूहिक रूप से शवों को दफनाने के आरोपों की जांच विशेष जांच दल द्वारा पारदर्शी तरीके से किए जाने की बुधवार को उम्मीद जताई। साथ ही राज्य सरकार से इस मुद्दे के जरिए ‘‘माहौल और व्यवस्था को नष्ट करने के प्रयासों को रोकने’ की मांग की।
सरकार ने पुलिस महानिदेशक (आंतरिक सुरक्षा प्रभाग) प्रणव मोहंती की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, जिसमें पुलिस उप महानिरीक्षक (भर्ती) एम एन अनुचेथ और आईपीएस अधिकारी सौम्यलता एस के और जितेंद्र कुमार दयामा शामिल हैं।
विजयेंद्र ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ राज्य सरकार ने एसआईटी गठित की है, जांच जल्द से जल्द होनी चाहिए। सभी की इच्छा है कि पारदर्शी जांच हो और सच्चाई सामने आए। लेकिन सरकार को भी इस मुद्दे के जरिए वहां माहौल और व्यवस्था को खराब करने की कोशिशों तथा झूठे प्रचार पर ध्यान देना चाहिए।’’
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ हम भी इसके पीछे की साजिशों से वाकिफ हैं। अगर इस मुद्दे को लेकर वहां की व्यवस्था को नष्ट करने की कोई कोशिश की गई, तो हम विचार करेंगे कि आगे क्या करना है।’’
दरअसल पिछले दो दशकों में ‘धर्मस्थल’ में कथित सामूहिक हत्या, बलात्कार और शवों को सामूहिक तौर पर दफ़नाए जाने के दावों के बाद एसआईटी का गठन किया गया था।
एक पूर्व सफाई कर्मचारी ने आरोप लगाया है कि वह 1995 से 2014 के बीच ‘धर्मस्थल’ में काम करता था और उसे ‘धर्मस्थल’ में कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। इन शवों में महिलाओं और नाबालिगों के शव भी शामिल थे।
उसने आरोप लगाया था कि कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान थे। उसने इस संबंध में एक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान भी दिया है।
भाषा शोभना नरेश
नरेश
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