मुंबई, 23 जुलाई (भाषा) विश्लेषक प्रतिभा पूल में लगभग एक-तिहाई का योगदान करने वाला बेंगलुरु शहर जोखिम प्रबंधन, अनुपालन और धोखाधड़ी रोकथाम क्षमताओं को मजबूत करने वाली इकाइयों के लिए भारत के पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है। बुधवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
करियरनेट की ‘वित्तीय अपराध से निपटने की प्रतिभा के रुझान’ पर जारी रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु मध्यम और वरिष्ठ स्तर का अनुभव रखने वाली प्रतिभाओं के खंड में सबसे आगे है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बेंगलुरु का राष्ट्रीय सक्रिय प्रतिभा पूल में लगभग एक-तिहाई (32 प्रतिशत) योगदान है जबकि दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद 17-17 प्रतिशत के साथ उसके बाद मौजूद हैं। चेन्नई (12 प्रतिशत) और मुंबई (सात प्रतिशत) भी शीर्ष पांच में शामिल हैं।
हालांकि, मुंबई में वरिष्ठ स्तरों पर सक्रिय प्रतिभा पूल की अधिक उपस्थिति देखी गई।
रिपोर्ट कहती है कि प्रतिभा पूल का नौ प्रतिशत दूसरी श्रेणी और उभरते शहरों में मौजूद है। इससे पता चलता है कि वित्तीय अपराध से संबंधित प्रतिभाओं की व्यापक राष्ट्रीय मौजूदगी है।
करियरनेट के मुख्य व्यवसाय अधिकारी नीलाभ शुक्ला ने कहा, ‘‘भारत वैश्विक संगठनों के लिए वित्तीय अपराध क्षमताओं के निर्माण में केंद्रीय भूमिका निभा रहा है। इसका श्रेय हमारे व्यापक प्रतिभा पूल, गहन डोमेन विशेषज्ञता और लागत प्रभावी ढंग से विस्तार करने की क्षमता को जाता है।’’
यह रिपोर्ट सक्रियता से नौकरी की तलाश में लगे 25,500 से अधिक पेशेवरों के विश्लेषण पर आधारित है। इनके कार्यक्षेत्रों में केवाईसी, प्रतिबंध और धोखाधड़ी नियंत्रण एवं नियामकीय अनुपालन शामिल हैं।
रिपोर्ट से पता चलता है कि वित्तीय अपराध कार्यबल का 58 प्रतिशत केवाईसी, ग्राहक की पड़ताल और निगरानी कार्यों में लगा हुआ है। इसका 22 प्रतिशत धोखाधड़ी नियंत्रण और नियामकीय अनुपालन में सक्रिय है जबकि 20 प्रतिशत कार्यबल विविध प्रतिबंधों से जुड़ी भूमिकाओं में विशेषज्ञता रखता है।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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