नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) निर्वाचन आयोग ने बुधवार को कहा कि बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान में लगभग एक लाख मतदाताओं का पता नहीं चल पाया है, जबकि 7.17 करोड़ लोगों के गणना प्रपत्र प्राप्त हुए हैं जिन्हें डिजिटल रूप से दर्ज किया जा चुका है।
इसने यह भी कहा कि 20 लाख मतदाताओं की मौत होने की सूचना अब तक मिली है, जबकि 28 लाख अन्य मतदाता अपने वर्तमान पते से स्थायी रूप से स्थानांतरित हो गए हैं।
आयोग ने बताया कि 15 लाख मतदाताओं के गणना प्रपत्र स्थानीय चुनाव अधिकारियों को वापस नहीं किए गए हैं।
विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के पहले चरण के पूरा होने के बाद एक अगस्त को मसौदा मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी।
यदि मसौदा मतदाता सूची में कोई त्रुटि है, तो मतदाता या राजनीतिक दल एक सितंबर तक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक पंजीकरण अधिकारियों के पास आपत्ति दर्ज करा सकते हैं।
आपत्तियां प्रस्तावित मतदाता सूची में किसी पात्र व्यक्ति के नाम को शामिल करने या किसी भी पात्र व्यक्ति के नाम को बाहर करने से संबंधित हो सकती हैं।
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