नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) केंद्र सरकार चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की विरासत का जश्न मनाने के लिए तमिलनाडु में 23 से 27 जुलाई तक एक विशाल महोत्सव का आयोजन कर रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसके भव्य समापन समारोह में शिरकत करेंगे। संस्कृति मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह विशेष महोत्सव राजेंद्र चोल प्रथम के दक्षिण-पूर्व एशिया के पौराणिक समुद्री अभियान के 1,000 वर्ष पूरे होने और चोल वास्तुकला के एक शानदार उदाहरण प्रतिष्ठित गंगैकोंदा चोलपुरम मंदिर के निर्माण की शुरुआत का भी स्मरण कराता है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य शैव सिद्धांत की गहन दार्शनिक जड़ों और इसके प्रसार में तमिल की भूमिका को पेश करना, तमिल संस्कृति के आध्यात्मिक ताने-बाने में नयनारों के योगदान का सम्मान करना तथा शैव सिद्धांत, मंदिर वास्तुकला, साहित्य और शास्त्रीय कलाओं को बढ़ावा देने में राजेंद्र चोल प्रथम और चोल राजवंश की असाधारण विरासत का जश्न मनाना है।’’
इसने बताया कि यह महोत्सव तमिलनाडु में गंगैकोंदा चोलपुरम मंदिर में आयोजित किया जा रहा है।
बयान के मुताबिक, 27 जुलाई को महोत्सव के भव्य समापन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।
भाषा शफीक रंजन
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