नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) दिल्ली रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर बुधवार शाम चार बजे 204.13 मीटर पर पहुंच गया, जो चेतावनी स्तर 204.50 मीटर से मात्र 0.37 मीटर कम है।
सुबह नौ बजे दिल्ली रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 204.1 मीटर था, जो सुबह 10 बजे तक बढ़कर 204.13 मीटर हो गया। तब से यह इसी स्तर पर बना हुआ है।
केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, मंगलवार को इस मानसून में पहली बार हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से 50,000 क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया, जो रात एक बजे के आसपास 54,707 क्यूसेक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत एक समिति ने पहले दिल्ली रेलवे पुल पर खतरे के स्तर को संशोधित करने की सिफारिश की थी, जिसे कुछ साल पहले ही संशोधित किया गया था।
हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं, और पुराना रेलवे पुल प्राथमिक निगरानी केंद्र के रूप में कार्य करता है।
कार्यकर्ता और ‘साउथ एशिया नेटवर्क ऑन डैम्स, रिवर्स एंड पीपल’ (एसएएनडीआरपी) के सदस्य भीम सिंह रावत ने कहा, ‘‘ये बिंदु गाद और बाढ़ के मैदानों के अतिक्रमण से संबंधित हैं, जो दिल्ली में नदी के तल को ऊपर उठाते हैं। चेतावनी और खतरे के स्तर को बार-बार बढ़ाने के बजाय, जिन्हें 2019 में पहले ही संशोधित किया गया था, सरकार को पहले नदी के ऊपरी क्षेत्र का भू-आकृति विज्ञान अध्ययन करना चाहिए।’’
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