आगरा (उप्र), 23 जुलाई (भाषा) आगरा, कानपुर और मेरठ में निजी स्कूलों को बुधवार को बम से उड़ाने के धमकी भरे ईमेल भेजे गये। इसके बाद बम निरोधक और श्वान दस्ते ने स्कूलों के परिसर की गहन तलाशी ली लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
आगरा के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विनायक भोसले ने बताया कि शहर के श्री राम स्कूल और ग्लोबल स्कूल को धमकी भरे ईमेल मिले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बम निरोधक दस्ते और श्वान दस्ते ने दोनों स्कूलों की गहन तलाशी ली। किसी भी स्कूल में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।’’
अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान के बाद कक्षाएं संचालित की गईं। साइबर प्रकोष्ठ ने इन ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू की है।
भोसले ने कहा, ‘‘प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ये ईमेल कोलकाता से आए थे। दोषियों का पता लगाने के लिए गहन जांच जारी है।’’
कानपुर में भी 15 प्रमुख स्कूलों को इसी तरह की धमकियां मिली हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था) आशुतोष कुमार ने बताया कि स्कूलों को धमकी भरे ईमेल भेजे जाने के बाद बम निरोधक दस्तों और खुफिया इकाइयों को अलर्ट कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि धमकी मिलने के बाद स्कूलों को एहतियातन खाली करा लिया गया और स्कूल परिसरों की गहन तलाशी ली गई। मगर इस दौरान कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया।
विस्फोट की धमकी की जानकारी मिलने के बाद अभिभावक अपने बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंच गये। इससे अफरा-तफरी मच गई।
कुमार ने कहा, ‘‘हमें विभाग के आधिकारिक ईमेल या मोबाइल पर सीधे तौर पर ऐसा कोई धमकी भरा मेल नहीं मिला है लेकिन हम हालात पर बारीकी से नजर रा रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘साइबर प्रकोष्ठ के अधिकारियों को मामले की जांच करने और धमकी भरे मेल के स्रोत और भेजने वाले लोगों का पता लगाने के निर्देश दिये गये हैं। खुफिया इकाइयों को भी जिम्मेदारी दी गयी है।’’
लगभग 14 महीने पहले लगभग 10 स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल प्राप्त हुए थे। हालांकि बाद में वे झूठे पाये गये थे।
उधर, मेरठ में दीवान पब्लिक स्कूल को ईमेल भेजकर धमकी दी गई जिसके बाद अधिकारी सतर्क हो गए। यह ईमेल मंगलवार दोपहर में आया जिसके बाद स्कूल ने तुरंत जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सूचित किया।
जिलाधिकारी वीके सिंह ने बताया कि मेरठ में सभी स्कूल कांवड़ यात्रा की वजह से बंद हैं, इसलिए कोई अफरा-तफरी जैसा माहौल नहीं है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि साइबर टीम इस मामले की जांच कर रही है।
भाषा सं राजेंद्र सलीम नोमान शफीक
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