(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 23 जुलाई (भाषा) पाकिस्तान के कई हिस्सों में मानसून की बारिश के कारण बाढ़ आ गई है, जिससे जून के अंत से अब तक 234 लोगों की मौत हो चुकी है और इनमें से ज्यादातर पंजाब प्रांत से हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सरकार द्वारा 22 से 24 जुलाई तक पंजाब में प्रमुख नदियों और आसपास के जलाशयों में बाढ़ के खतरे की चेतावनी के साथ प्रशासन निकासी के प्रयास जारी रखे हुए है और लोगों से अपने मवेशियों के साथ स्थानांतरित होने का आग्रह कर रहे हैं, क्योंकि बाढ़ के पानी की वजह से घरों, खेतों और सड़क बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
अधिकारियों ने बताया कि चेनाब, सिंधु और झेलम नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण पंजाब प्रांत के मुजफ्फरगढ़, डेरा गाजी खान, रहीम यार खान, झांग और ननकाना साहिब के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।
पिछले 24 घंटों में पाकिस्तान में मरने वालों की संख्या 223 से बढ़कर 234 हो गई।
एनडीएमए ने मंगलवार को कहा था कि पंजाब सबसे अधिक प्रभावित प्रांत बना हुआ है, जहां 135 लोगों की मौत हो चुकी है और 470 लोग घायल हुए हैं।
पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने लाहौर से लगभग 80 किलोमीटर दूर ननकाना साहिब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरित की।
पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि रावी और सिंधु नदियों में भी जलस्तर बढ़ने की सूचना मिली है।
अधिकारी ने बताया कि सिंधु नदी में आई बाढ़ के कारण पंजाब के सैकड़ों गांवों में खड़ी फसलें भी जलमग्न हो गई हैं।
इस बीच, बुधवार को भारी बारिश के कारण खैबर पख्तूनख्वा प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो गए और नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ गया और इस कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
भाषा
देवेंद्र नेत्रपाल
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