नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बुधवार को मांग की कि पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व राज्यपाल तथा तेलंगाना के ओबीसी नेता बंडारू दत्तात्रेय को भारत का उपराष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए।
रेड्डी ने कहा कि यह पद तेलंगाना को दिया जाना चाहिए क्योंकि तेलुगू देश में दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है और तेलुगु भाषियों के साथ न्याय होना चाहिए।
इस बीच, उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘अगला उपराष्ट्रपति तेलंगाना से होना चाहिए। तेलंगाना इसका हकदार है। आप तेलंगाना के लोगों के साथ इतना अन्याय नहीं कर सकते। हिंदी के बाद तेलुगू भारत में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है और उसके बाद बांग्ला आती है। हमारे लोगों के साथ अन्याय हुआ है।’’
कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मांग की है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बंडारू दत्तात्रेय को भारत का अगला उपराष्ट्रपति नियुक्त करे। यदि दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बना दिया जाता है, तो आपके कुछ पाप क्षमा कर दिये जाएंगे।’’
दत्तात्रेय 2019-2021 के दौरान हरियाणा के राज्यपाल थे। जुलाई 2021 में उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया और इस साल 21 जुलाई को उन्होंने यह पद छोड़ दिया।
रेड्डी ने कहा कि उन्होंने दत्तात्रेय का नाम इसलिए प्रस्तावित किया क्योंकि इन दिनों ओबीसी को लेकर काफी चर्चा हो रही है और ओबीसी समुदाय से आने वाले दत्तात्रेय को राज्यपाल पद से हटा दिया गया था।
उन्होंने कहा कि बंडी संजय को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। उन्होंने दोनों नेताओं को तेलुगू ओबीसी का मुख्य चेहरा बताया।
रेड्डी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उन्होंने एक तेलुगू भाषी व्यक्ति को दिल्ली से वापस घर भेज दिया (पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का जिक्र करते हुए)। इसके बाद उन्होंने बंडारू दत्तात्रेय को राज्यपाल पद से हटा दिया और फिर बंडी संजय को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष पद से हटा दिया।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस दत्तात्रेय की उम्मीदवारी का समर्थन करेगी, उन्होंने कहा, ‘‘मैं बंडारू दत्तात्रेय की मदद करने की कोशिश करूंगा और मैं अपने नेतृत्व से भी उनका समर्थन करने का अनुरोध करूंगा, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व इस पर फैसला करेगा।’’
रेड्डी ने यह भी आरोप लगाया कि जब तक राजग सरकार सत्ता में है, देश खतरे में है और इसे हटाना होगा।
भाषा
देवेंद्र पवनेश
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