नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को संसद की विदेश मामलों की स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि भारत आर्कटिक और अंटार्कटिक के ध्रुवीय क्षेत्रों में गंभीरता से रुचि ले रहा है।
विदेश मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति के सदस्यों को जानकारी दी।
थरूर ने कहा कि हालांकि विकसित देश इन दोनों क्षेत्रों में उपस्थिति के मामले में भारत से आगे हैं, जिनका भू-राजनीतिक महत्व बढ़ता जा रहा है, फिर भी भारत इसमें शामिल हो गया है और दोनों जगहों में गंभीरता से रुचि ले रहा है।
उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही असामान्य और दिलचस्प विषय है और उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आर्कटिक और अंटार्कटिक वैज्ञानिक अन्वेषण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
थरूर ने कहा कि आर्कटिक को कुछ भू-राजनीतिक संघर्षों का सामना करना पड़ा है, जबकि अंटार्कटिक को ‘‘वैश्विक साझा क्षेत्र’’ माना जाता है।
उन्होंने कहा कि भारत अंटार्कटिक में विशेष रूप से सक्रिय रहा है और वहां उसका एक स्टेशन भी है।
बैठक का एजेंडा ‘‘आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों में भारत की भूमिका और उपस्थिति’’ थी।
भाषा सुभाष अविनाश
अविनाश