शिमला, 23 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश में बुधवार सुबह कई स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल मिले, जिससे छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच दहशत फैल गई। हालांकि पुलिस के अनुसार, बाद में ये धमकियां झूठी निकलीं।
अधिकारियों ने बताया कि धमकियों की सूचना मिलने के बाद पुलिस और सीआईडी ने बम निरोधक दस्तों के साथ मिलकर तुरंत कार्रवाई की।
खबर फैलते ही घबराए अभिभावकों ने अपने बच्चों की सुरक्षा के बारे में पूछताछ करने के लिए स्कूलों को फोन किया और उन्हें लेने पहुंचने लगे।
पुलिस ने उन स्कूलों के नामों का खुलासा नहीं किया जिन्हें धमकियां मिलीं। शिमला और संजौली-ढल्ली उपनगरों के कुछ स्कूलों के बाहर पुलिस वाहन और टीम देखी गईं।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक तिवारी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि बम निरोधक दस्तों ने स्कूलों के परिसरों की गहन तलाशी ली, लेकिन कोई विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री नहीं मिली।
उन्होंने लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील की।
तिवारी ने कहा कि राज्य पुलिस ऐसी धमकियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार और सक्षम है।
कुछ स्कूलों में, तलाशी के दौरान छात्रों को मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया। दोपहर के भोजन के बाद स्कूलों में सामान्य कामकाज शुरू हो गया।
ईमेल भेजने वाले के आईपी एड्रेस का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पुलिस उन राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है, जहां इसी तरह की धमकियां मिली थीं।
उत्तर प्रदेश के आगरा में दो निजी स्कूलों को भी बुधवार सुबह ईमेल के जरिये बम की धमकी मिली थी।
इससे पहले, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, जिला न्यायालय परिसर, उपायुक्तों के कार्यालयों और राज्य सचिवालय को बम की धमकी मिली थी, लेकिन ये सभी फर्जी निकलीं।
भाषा जोहेब रंजन
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