बेंगलुरु, 23 जुलाई (भाषा) लोकायुक्त के अधिकारियों ने बुधवार को आय से अधिक संपत्ति मामले में एक आईएएस अधिकारी समेत आठ अधिकारियों से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की और 37.42 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति का पता लगाया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ये छापे बेंगलुरु शहरी, मैसुरु, तुमकुरु, कलबुर्गी, कोप्पल और कोडागु जिलों में तैनात अधिकारियों से जुड़े 41 स्थानों पर मारे गए।
जिन अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी की गई, उनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी वसंती अमर बी वी भी शामिल हैं। वह रेलवे अवसंरचना विकास कंपनी, कर्नाटक (के-राइड) में विशेष उपायुक्त के रूप में तैनात हैं। वह महत्वाकांक्षी बेंगलुरु उप-शहरी रेलवे परियोजना (बीएसआरपी) के लिए भूमि अधिग्रहण के लिए भी जिम्मेदार थीं।
लोकायुक्त द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, वसंती के पांच स्थानों पर की गई छापेमारी की कार्रवाई में 9.03 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति का पता चला, जिनमें तीन भूखंड, चार मकान, 7.4 करोड़ रुपये मूल्य की तीन एकड़ कृषि भूमि, 12 लाख रुपये मूल्य के आभूषण और 90 लाख रुपये मूल्य के वाहन शामिल हैं।
‘के-राइड’ के सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बीएसआरपी में गतिविधियां ठप हो गई हैं क्योंकि ठेकेदार कंपनी ने परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण न होने की स्थिति में काम रोकने की धमकी दी है।
जिन अन्य अधिकारियों के परिसरों पर छापेमारी में की गई, उनमें कोडागु जिला मुख्यालय शहर मदिकेरी में कौशल विकास, उद्यमिता और आजीविका विभाग के संयुक्त निदेशक मंजूनाथस्वामी एम; मैसुरु महानगर पालिका के कार्यालय सहायक (प्रशासन) बी वेंकटराम, केआईएडीबी, तुमकुरु के सहायक कार्यकारी अभियंता राजेश एम; कलबुर्गी के इंजीनियरिंग अनुभाग में परिवार एवं कल्याण कार्यालय के कार्यकारी अभियंता सुनील कुमार शामिल हैं।
इनके अलावा जिला उद्योग केंद्र, कोप्पल के सहायक निदेशक शेखू, बागली मारुति सहायक निदेशक, शहर और ग्रामीण परियोजना विभाग और बेंगलुरु शहर; और एचवी येरप्पा रेड्डी कार्यकारी अभियंता, बीबीएमपी शामिल हैं।
भाषा
देवेंद्र नेत्रपाल
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