नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान ने बुधवार को इस ‘भ्रामक’ धारणा को दूर करने की जरूरत पर बल दिया कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने इस संबंध में एक समिति का भी गठन किया है।
‘वर्ल्ड फूड इंडिया-25’ कार्यक्रम की घोषणा के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पासवान ने कहा कि देश में खाद्य प्रसंस्करण का स्तर अभी कम है और इस क्षेत्र में वृद्धि की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र किसानों की आय बढ़ा सकता है और युवाओं को रोजगार के बड़े अवसर भी प्रदान कर सकता है।
इस दौरान पासवान ने उन ‘भ्रामक’ विज्ञापनों का भी उल्लेख किया जिनमें प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को ‘खराब’ बताया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की झूठी धारणा बनाई जा रही है कि प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में पोषक तत्व कम हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई इन खाद्य उत्पादों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने का काम करता है।
भाषा अनुराग प्रेम
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