नयी दिल्ली, 23 जुलाई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद अपराजिता सारंगी ने पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए भारत की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना करते हुए बुधवार को कहा कि ऐसी जवाबी सैन्य कार्रवाई 2008 में मुंबई हमलों के बाद होनी चाहिए थी।
भुवनेश्वर से लोकसभा सदस्य सारंगी उन सात बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक का हिस्सा थीं, जिन्होंने हाल ही में दुनिया के 33 देशों की राजधानियों की यात्रा की थी। बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों की यह यात्रा पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के प्रति भारत की प्रतिक्रिया को अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचाने के लिए एक कूटनीतिक कोशिश थी।
सारंगी ने ‘डिकोडिंग ऑपरेशन सिंदूर: न्यू नॉर्मल, न्यू डॉक्ट्रिन’ नामक एक संगोष्ठी में यह बात कही। इसका आयोजन विचारक समूह सेंटर फॉर ग्लोबल इंडिया इनसाइट्स (सीजीआईआई) द्वारा किया गया था। यह 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के तीन महीने पूरे होने पर आयोजित किया गया था।
सारंगी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन और निर्देशानुसार, सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से जो कुछ हुआ, वह 2008 के मुंबई हमलों के बाद होना चाहिए था। ’’
उन्होंने 2016 की उरी सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक का भी हवाला दिया।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘दुर्भाग्यवश, हमारे यहां इस तरह की सैन्य कार्रवाई कभी नहीं हुई, जैसी 7-10 मई के बीच हुई थी।’’
विपक्ष संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम हमले पर चर्चा की मांग कर रहा है।
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