नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के सांसद सुदामा प्रसाद ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बिहार में बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से धनराशि जारी करने का आग्रह किया।
मोदी को लिखे एक पत्र में, प्रसाद ने बिहार में बाढ़ की गंभीर स्थिति का उल्लेख किया और दावा किया कि गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इससे कई गांव प्रभावित हैं। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि शाहपुर प्रखंड के जवैनिया गांव पर कटान के कारण गंगा में विलीन होने का खतरा मंडरा रहा है।
उन्होंने बताया, ‘गंगा का प्रलयकारी पानी पूरे गांव पर आफत बनकर टूटा है। पिछले साल जवैनिया में एक मंदिर समेत 64 घर गंगा में समा गए थे, जबकि इस साल अब तक हनुमान मंदिर और गोवर्धन पर्वत समेत दो दर्जन से अधिक घर बाढ़ में बह चुके हैं।’
प्रसाद ने यह भी बताया कि सोन नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण कई गांव खतरे में हैं।
पीड़ितों को त्वरित राहत प्रदान करने के लिए, उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उन परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि का अनुरोध किया, जिन्होंने अपने रिश्तेदारों या घरों को खो दिया है।
प्रसाद ने सरकार से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से तुरंत धनराशि जारी करने और पुनर्वास योजना तैयार करने का आग्रह किया।
भाषा
नोमान पवनेश
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