(एम. जुल्करनैन)
लाहौर, 24 जुलाई (भाषा): पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को दावा किया कि वह देश के इतिहास की “सबसे कठोर कारावास की सजा” भुगत रहे हैं।
गौरतलब है कि 72 वर्षीय इमरान, जिन्हें कई मामलों में दोषी ठहराया जा चुका है, अगस्त 2023 से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री के सत्यापित ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट जारी की गई, जिसमें उनके हवाले से कहा गया, “मैं केवल संविधान की रक्षा और देश की सेवा के लिए, पाकिस्तान के इतिहास की सबसे कठोर सजा भुगत रहा हूं।”
उन्होंने जेल की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा, “मेरे पास नहाने के लिए जो पानी दिया जाता है, वह इतना गंदा और अशुद्ध होता है कि उसे कोई इंसान इस्तेमाल नहीं कर सकता।”
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के संस्थापक इमरान खान ने यह भी आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने परिवार द्वारा भेजी गई किताबों को महीनों से रोका हुआ है, और उनकी टीवी व अखबारों तक की पहुंच भी समाप्त कर दी गई है।
उन्होंने कहा, “मैं समय बिताने के लिए वही पुरानी किताबें बार-बार पढ़ता था, लेकिन अब उनसे भी वंचित कर दिया गया हूं।”
इमरान खान ने अपने साथ हो रहे व्यवहार की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से की। उन्होंने कहा कि नवाज को जेल में रहते हुए “हर संभव सुविधा” दी गई थी, जबकि वह खुद “राजनीतिक बदले की भावना” का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनकी पत्नी बुशरा बीबी, जो न राजनीति से जुड़ी हैं और न ही किसी अपराध में दोषी हैं, उन्हें भी जेल में अमानवीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
इमरान ने यह दावा भी किया कि उनके मूलभूत मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है और उन्हें जेल नियमों के तहत मिलने वाली बुनियादी सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं।
(भाषा)
पारुल आशीष