कोच्चि/कन्नूर, 25 जुलाई (भाषा) केरल में विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने शुक्रवार को कुख्यात अपराधी गोविंदाचामी उर्फ गोविंदस्वामी के जेल से भागने की घटना को लेकर वामपंथी सरकार की आलोचना की।
गोविंदस्वामी 2011 के सनसनीखेज सौम्या हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।
विपक्ष ने सरकार को ‘अक्षम’ करार दिया और आरोप लगाया कि दोषी को जेल से भागने के लिए ‘अंदरूनी मदद’ मुहैया कराई गई थी।
अपराधी को बाद में कन्नूर शहरी क्षेत्र में पकड़ लिया गया।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीशन ने आरोप लगाया कि कन्नूर केंद्रीय जेल पर वास्तव में ‘कैदियों का शासन’ है, जिनमें से कई वामपंथी सरकार के ‘चहेते’ हैं।
उन्होंने कहा, “इन कैदियों के पास नये-नये मोबाइल फोन हैं और उन्हें उनकी पसंद का खाना भी दिया जाता है। हमने पहले भी ये मुद्दे उठाए हैं।”
सतीशन ने जेल से भागने की घटना को लेकर सवाल उठाया कि दोषी को रस्सी बनाने के लिए इतने सारे कपड़े कैसे मिले?
उन्होंने पूछा कि वह (अपराधी) सिर्फ एक हाथ से दीवार कैसे चढ़ गया, क्योंकि उसकी बाईं बाजू नहीं है और उसे अपनी कोठरी की सलाखें काटने के लिए औजार कहां से मिले और भागने की सूचना पुलिस को देने में देरी क्यों हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया, “पुलिस को सूचना देने में देरी के कारण जांच के अहम घंटे बर्बाद हो गए। जनता की सतर्कता के कारण दोषी पकड़ा गया। यह सरकार के लिए अपमानजनक घटना है।”
उन्होंने मजाक उड़ाते हुए कहा कि गोविंदाचामी सिर्फ एक हाथ से दीवारें कैसे चढ़ सकता है।
सतीशन ने कहा, “हमने टार्जन को भी एक हाथ से रस्सियों पर झूलते नहीं देखा। ”
कांग्रेस नेता ने जेल में दोषी को अंदरूनी मदद देने का आरोप लगाते हुए कहा कि गोविंदाचामी को जेल से भागने के लिए सभी सामग्रियां मुहैया कराई गई थीं।
कन्नूर के सांसद और केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के पूर्व प्रमुख के. सुधाकरन ने सरकार को ‘अक्षम व बेशर्म’ करार दिया और जेल से भागने की घटना के लिए वाम मोर्चे की सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने जेल से भागने के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की भी मांग की और अंदरूनी मदद की संभावना का आरोप लगाया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम राजगोपालन ने भी अपराधी के जेल से भागने के मामले की ‘व्यापक जांच’ की मांग करते हुए कहा कि यह पता लगाना जरूरी है कि कैदी जेल की कई दीवारें कैसे फांद गया।
उन्होंने साथ ही यह भी दावा किया कि जेल में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम थे।
गोविंदाचामी (41 ) को जेल से भागने के कुछ घंटों बाद ही सुबह लगभग साढ़े 10 बजे कन्नूर शहर की सीमा के भीतर थलप में एक लावारिस इमारत के पास एक कुएं से पकड़ लिया गया।
पुलिस के अनुसार, जेल के सीसीटीवी फुटेज के अनुसार वह तड़के सवा चार बजे से 6:30 बजे के बीच भागा था।
भाषा जितेंद्र वैभव
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