मैनचेस्टर, 25 जुलाई (भाषा) जो रूट और ओली पोप की अर्धशतकीय पारियों और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 135 रन की अटूट साझेदारी से इंग्लैंड ने पांच मैचों की श्रृंखला के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन लंच तक दो विकेट पर 332 रन बनाकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
भारतीय गेंदबाज दिन के शुरुआती सत्र में रूट और पोप के लिए कोई भी मुश्किल चुनौती पैदा करने में नाकाम रहे। मैच के दूसरे दिन की शाम के सत्र को छोड़ दे तो भारतीय गेंदबाजी आक्रमण एक बार फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी में सेंध लगाने में नाकाम रहा।
रूट (115 गेंदों पर नाबाद 63 रन) और पोप (123 गेंदों पर नाबाद 71 रन) ने अटूट साझेदारी से इंग्लैंड ने मैच पर मजबूत पकड़ बना ली है। टीम अब भारत की पहली पारी में 358 रन से सिर्फ 26 रन पीछे हैं।
भारतीय गेंदबाज अनुभवी जो रूट और ओली पोप को मुश्किल चुनौती देने में नाकाम रहे जिन्होंने शानदार अर्धशतक लगाए और चौथे टेस्ट के तीसरे दिन शुक्रवार को यहां विकेट रहित सुबह के सत्र में इंग्लैंड को 332 रन पर दो विकेट तक पहुंचाया।
दूसरे दिन की निराशाजनक शाम के सत्र के बाद भारतीय गेंदबाजी आक्रमण एक बार फिर इंग्लैंड की बल्लेबाजी में सेंध लगाने में विफल रहा। रूट (115 गेंदों पर 63 रन बनाकर नाबाद) और पोप (123 गेंदों पर 71 रन) ने 135 रनों की अटूट साझेदारी की। इससे भारत अपनी पहली पारी में 358 रन बनाने के बाद केवल 26 रन से आगे था।
जेम्स एंडरसन के छोर से कुछ गेंदों के नीचे रहने के कारण इंग्लैंड के बल्लेबाजों को थोड़ी परेशानी हुई लेकिन जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाली गेंदबाजी इकाई ने रूट और पोप को ज्यादा परेशान नहीं किया। बृहस्पतिवार को लेग साइड पर बहुत ज्यादा ढीली गेंदें फेंकने वाले भारतीय तेज गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर खराब गेंद डालना जारी रखा जिससे इंग्लैंड के बल्लेबाज कभी दबाव में नहीं आये।
इंग्लैंड के सबसे अनुभवी बल्लेबाज रूट ने दिन की शुरुआत में बुमराह की गेंद पर फ्लिक कर शानदार चौका जड़ा। उन्हें और पोप को बुमराह की शॉट गेंद पर चौका लगाने में कोई परेशानी नहीं हुई।
दिन की शुरुआत दो विकेट पर 225 रन से आगे करते हुए इंग्लैंड ने पहले घंटे में सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को 266 रन तक पहुंचाया।
अंशुल कंबोज ने अपने शुरुआती स्पेल में एक मौका बनाया, लेकिन विकेट के करीब से कीपिंग कर रहे ध्रुव जुरेल एक मुश्किल कैच को लपक नहीं पाए। उस समय पोप 48 रन पर थे।
रूट को इस दौरान जीवनदान भी मिला जब सिराज के गेंद पर रन चुराने के दौरान वह गेंदबाजी छोर से काफी दूर रह गये लेकिन जडेजा का थ्रो विकेटों के दूर से निकल गया।
रूट ने बुमराह की गेंद को शानदार तरीके से सहलाते हुए कवर क्षेत्र में चार रनों के लिए भेजने के बाद पारी के 58वें ओवर में सिराज के खिलाफ रन चुराकर भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ (13288) और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान हरफनमौला (13289) के टेस्ट रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा।
वह टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वालो की सूची में तीसरे पायदान पर पहुंच गये। उन से ज्यादा रन सिर्फ रिकी पोंटिंग (13378) और सचिन तेंदुलकर (15921) के नाम है।
विकेट की तलाश में भारतीय कप्तान गिल ने पारी के 69वें ओवर में गेंद वाशिंगटन सुंदर को थमाई लेकिन रूट ने रिवर्स स्वीप पर चौका जड़ने के बाद कदमों का इस्तेमाल करते हुए गेंदबाज के करीब से चौका जड़ दिया।
भाषा आनन्द नमिता
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