नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को गैर-परिवर्तनीय प्रतिभूतियों के जारीकर्ताओं के लिए नियमों को आसान बनाने का प्रस्ताव रखा।
इसके तहत प्रतिभूति धारकों को वित्तीय और वार्षिक रिपोर्ट की मुद्रित प्रति भेजने की जगह अब एक वेब लिंक और त्वरित प्रतिक्रिया (क्यूआर) कोड के जरिये उन्हें पाने का विकल्प दिया गया है।
वित्तीय विवरणों की मुद्रित प्रतियां भेजने से छूट मिलने से लागत में कमी होगी और कागज की बर्बादी भी रुकेगी। साथ ही इससे नियामकीय स्थिरता और व्यापार करने में आसानी होगी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने परामर्श पत्र में सुझाव दिया कि गैर-परिवर्तनीय प्रतिभूतियों के धारकों को त्वरित प्रतिक्रिया कोड और वेब लिंक के जरिये वार्षिक रिपोर्ट उपलब्ध करानी चाहिए। जारीकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि इस लिंक के जरिये पूरा विवरण उपलब्ध हो और इस संबंध में धारकों को पत्र भेजना होगा।
नियामक ने कहा कि ऋण पत्र धारकों के लिए पहुंच को आसान बनाने के लिए क्यूआर कोड का प्रावधान शामिल करने का प्रस्ताव है।
इसके अलावा, सेबी ने गैर-परिवर्तनीय प्रतिभूतियों को सूचीबद्ध करने वाले जारीकर्ताओं के लिए धारकों को वित्तीय विवरणों की एक प्रति भेजने के संबंध में समयसीमा तय करने का प्रस्ताव रखा है।
सेबी ने प्रस्तावों पर 15 अगस्त तक जनता से सुझाव मांगे हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
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