लखनऊ, 25 जुलाई (भाषा) उत्तर प्रदेश में महिला श्रम भागीदारी दर सात वर्षों में 14 प्रतिशत से बढ़कर 36 प्रतिशत तक पहुंच गई है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान के अनुसार उत्तर प्रदेश में महिला आर्थिक सशक्तीकरण की दिशा में एक बड़ा बदलाव सामने आया है। हाल ही में जारी महिला आर्थिक सशक्तिकरण (डब्लूईई) सूचकांक की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में महिला श्रम भागीदारी दर 2017-18 में 14 प्रतिशत थी, जो 2023-24 में बढ़कर 36 प्रतिशत तक पहुंच गई है, यानी महिलाओं की भागीदारी दर में 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
बयान में यह भी कहा गया कि यह परिवर्तन न केवल आंकड़ों में, बल्कि सामाजिक ढांचे व आर्थिक गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी के संबंध में हुए ऐतिहासिक बदलाव की ओर भी इशारा करता है।
बयान में कहा गया है कि यह वृद्धि योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण को लेकर किए गए कार्यों का परिणाम है।
बयान के अनुसार 2017-18 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली थी, तब महिला श्रमशक्ति की भागीदारी राष्ट्रीय औसत से भी काफी नीचे थी, लेकिन बीते सात वर्षों में राज्य सरकार ने महिलाओं को सुरक्षित, सम्मानजनक और उत्पादक कार्य वातावरण देने की दिशा में निरंतर पहल की, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
भाषा आनन्द जोहेब
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