नयी दिल्ली, 25 जुलाई (भाषा) सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून 2025 में देश भर में 10,800 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र 20 प्रतिशत से भी कम कार्य दिवस पर खुले, जबकि उसी महीने 12.7 लाख से अधिक केंद्र कम से कम 80 प्रतिशत कार्य दिवस पर संचालित हुए।
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने लोकसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि ‘पोषण ट्रैकर’ के आंकड़ों के अनुसार, जून 2025 में 10,868 आंगनवाड़ी केंद्र कार्य दिवसों के पांचवें हिस्से से भी कम समय के लिए खुले थे।
हालांकि, जून 2024 की तुलना में स्थिति में सुधार देखने को मिला, जब 29,830 आंगनवाड़ी केंद्र 20 प्रतिशत से भी कम कार्य दिवसों पर खुले।
जून 2025 में खराब ढंग से काम करने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश (3,803), बिहार (1,295), अरुणाचल प्रदेश (1,454) और मणिपुर (554) शामिल हैं।
मंत्री ने बताया कि इसके विपरीत, गोवा और दिल्ली जैसे राज्यों तथा केंद्र शासित क्षेत्र चंडीगढ़ में ऐसे पांच से भी कम आंगनवाड़ी केंद्र थे, जबकि लक्षद्वीप और दादरा एवं नगर हवेली-दमन एवं दीव जैसे केंद्र शासित क्षेत्रों में एक भी नहीं था।
उन्होंने बुनियादी ढांचे से संबंधित आंकड़े भी साझा किए। जून 2025 तक, लगभग 12.7 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल सुविधाएं थीं, लेकिन केवल 8.4 लाख में ही पाइप से जलापूर्ति करने के कनेक्शन थे।
मंत्री ने बताया कि लगभग 10.6 लाख आंगनवाड़ी केंद्रों में शौचालय चालू हालत में थे, जबकि लगभग 9.3 लाख में रसोई और लगभग 9 लाख केंद्रों में स्थायी बिजली कनेक्शन था।
उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 तक, पालना योजना के तहत कुल 17,000 आंगनवाड़ी-सह-क्रेच स्थापित करने की परिकल्पना की गई है।
भाषा सुभाष अविनाश
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