तिरुवनंतपुरम, 26 जुलाई (भाषा) केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए हाल ही में प्रकाशित मतदाता सूची की आलोचना करते हुए इसमें व्यापक अनियमितता का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर त्रुटियों को सुधारने की समय सीमा नहीं बढ़ाई गई तो यूडीएफ कानूनी कार्रवाई करेगा।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने सवाल उठाया कि इतनी त्रुटियों वाली मतदाता सूची के आधार पर निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे कराए जा सकते हैं।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सतीशन ने कहा कि यदि 23 जुलाई को प्रकाशित की गई सूची में सुधार करने के लिए कम से कम 30 दिन का समय नहीं बढ़ाया गया तो यूडीएफ कानूनी कार्यवाही शुरू करेगा।
उन्होंने आरोप लगाया,‘‘पिछली बार वोट देने वालों में से कई लोगों के नाम गायब हैं। तीन या चार साल पहले मर चुके लोगों के नाम अब भी सूची में हैं।’’
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि कई मतदाताओं के नाम उनके निवास वाले वार्डों से हटाकर अन्य वार्डों में जोड़ दिए गए हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘‘यहां तक कि एक ही घर के लोगों को अलग-अलग वार्डों में शामिल किया गया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता की जानकारी एकत्र करने वाले कुछ अधिकारियों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के स्थानीय नेताओं की मदद से सूची में हेरफेर किया है।
सतीशन ने बताया कि वार्ड परिसीमन का काम पूरा हो गया है और मतदाता सूची प्रकाशित हो गई है, लेकिन वार्ड के मानचित्र अभी तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।
उन्होंने दावा किया, ‘अब, लोगों को 15 दिनों के भीतर सुधार के लिए आवेदन करने को कहा जा रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ऐसी स्थिति में मतदाता सूची में त्रुटियों को सुधारने का समय कम से कम 30 दिन तक बढ़ाया जाना चाहिए। यह जानबूझकर अनियमितताओं को सुधारने से रोकने का प्रयास है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग माकपा नेतृत्व की इच्छा के अनुरूप काम कर रहा है।
उन्होंने दावा किया, ‘निर्वाचन आयोग मतदान प्रक्रिया को विफल करने की कोशिश कर रहा है ताकि मतदान रात 10 बजे तक भी पूरा न हो सके। अगर आयोग अपने रुख पर पुनर्विचार नहीं करता, तो यूडीएफ कानूनी कार्रवाई करेगा।’
सतीशन ने यह भी आरोप लगाया कि वार्डों का विभाजन उच्च न्यायालय द्वारा जारी निर्देश का उल्लंघन करते हुए किया गया।
स्थानीय निकाय चुनावों की तारीख की घोषणा अभी बाकी है।
हालांकि, एलडीएफ की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भाषा
योगेश संतोष
संतोष