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Sunday, July 27, 2025

कुल्लू के एक गांव में भूस्खलन, हिमाचल के चार जिलों में 29 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी

Newsकुल्लू के एक गांव में भूस्खलन, हिमाचल के चार जिलों में 29 जुलाई के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी

शिमला, 26 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के सैंज घाटी स्थित दुरीधार गांव में शनिवार को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद 11 मकानों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित लोगों को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के विश्राम गृह में बनाए गए ट्रांजिट कैंप में अस्थायी रूप से रखा गया है। करीब 20 लोगों को वहां भेजा गया है।

कुल्लू के उपायुक्त तारुल एस रवीश ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना थी, जिसे हमने सफलतापूर्वक हासिल कर लिया। उन्हें लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में स्थापित एक ट्रांजिट कैंप में ले जाया गया है। इलाके का तकनीकी मूल्यांकन जल्द ही किया जाएगा।’

सैंज पंचायत प्रधान भगतराम आजाद ने बताया कि गांव के पीछे की पहाड़ी का एक हिस्सा खिसकने लगा और पत्थर गिरने लगे।

हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है।

अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम तक, बारिश के कारण दो राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कुल 213 सड़कें यातायात के लिए बंद कर दी गई थीं।

अकेले मंडी ज़िले में मनाली-कोटाली मार्ग (एनएच-70) समेत लगभग 140 सड़कें बंद कर दी गईं जहां 30 जून की रात को कई बार बादल फटने से तबाही मची थी।

कुल्लू जिले में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण सैंज को औट से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग (305) केखसू और झेड़ में अवरुद्ध हो गया है।

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, राज्यभर में 31 विद्युत ट्रांसफॉर्मर और 141 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।

एसईओसी के मुताबिक, राज्य में मानसून की शुरुआत 20 जून से होने के बाद अब तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 82 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लोग लापता हैं।

राज्य में इस दौरान बाढ़ की 42, बादल फटने की 25 और भूस्खलन की 30 घटनाएं सामने आई हैं। कुल नुकसान लगभग 1,436 करोड़ रुपये का आंका गया है।

इस बीच, शुक्रवार शाम से कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जाटों बैराज में 33.2 मिमी, पालमपुर में 33 मिमी, मंडी में 26.4 मिमी, कांगड़ा में 21.1 मिमी, पांवटा साहिब में 20.8 मिमी, कोठी में 18.6 मिमी, बिलासपुर में 15.4 मिमी, गुलर में 14.4 मिमी, नारकंडा में 13.5 मिमी, कुफरी में 13 मिमी, बाजुरा में 9.5 मिमी, धौला कुआं में 8.5 मिमी और शिमला में 8.4 मिमी बारिश हुई।

सुंदरनगर, शिमला और जुब्बड़हट्टी में गरज के साथ तेज बारिश दर्ज की गई।

स्थानीय मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू जिलों के कुछ हिस्सों में 29 जुलाई को भारी बारिश की संभावना जताते हुए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है।

राज्य में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 82 लोगों की मौत हो चुकी है और 34 लापता हैं। एसईओसी ने बताया कि इस मानसून के दौरान राज्य में 42 बार अचानक बाढ़, 25 बार बादल फटने और 32 बार भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे 1,436 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

भाषा योगेश रंजन

रंजन

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