लातूर, 27 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के लातूर शहर की सत्र अदालत ने आश्रय गृह में एचआईवी संक्रमित नाबालिग लड़की से कथित बलात्कार के मुख्य आरोपी को रविवार को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
पुलिस के अनुसार, आरोपी अमित अंकुश वाघमारे को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में अब तक आश्रय गृह के संस्थापक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
लातूर जिले के एक बाल आश्रय गृह में लड़की के साथ कथित तौर पर दो साल तक बलात्कार किया गया और उसे गर्भपात के लिए मजबूर किया गया।
लड़की द्वारा उसके गृह जिले धाराशिव के ढोकी थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, ये घटनाएं 13 जुलाई 2023 से इस साल 23 जुलाई के बीच यहां हासेगांव स्थित एचआईवी संक्रमित बच्चों के आश्रय गृह सेवालय में हुईं।
पुलिस के अनुसार, आश्रय गृह के एक कर्मचारी ने लड़की के साथ कथित तौर पर चार बार बलात्कार किया।
आश्रय गृह प्रबंधन ने उसकी कोई मदद नहीं की और यहां तक कि अधिकारियों के लिए उसके द्वारा लिखा गया पत्र भी फाड़ दिया गया।
पुलिस ने पहले बताया था कि जब वह बीमार पड़ी तो उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच में पता चला कि वह चार महीने की गर्भवती है, जिसके बाद आरोपी ने उसकी सहमति के बिना एक डॉक्टर से गर्भपात करवा दिया।
सेवालय के संस्थापक रवि बापटले, इसकी अधीक्षक रचना बापटले, कर्मचारी रानी वाघमारे और पूजा वाघमारे को शुक्रवार को मामले में गिरफ्तार किया गया और शनिवार को सत्र अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें 28 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि अमित वाघमारे को रविवार को सत्र न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि चूंकि सभी पांचों आरोपियों की पुलिस हिरासत सोमवार (28 जुलाई) को समाप्त हो रही है, इसलिए उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
इस बीच, पुलिस ने बताया कि उस अस्पताल के संबंध में जांच की जा रही है जहां नाबालिग को कथित तौर पर गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया गया था।
भाषा नेत्रपाल प्रशांत
प्रशांत