शिमला, 27 जुलाई (भाषा) हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने रविवार को कहा कि मंडी के आपदा प्रभावित थुनाग के दौरे के दौरान राष्ट्रीय ध्वज लगी उनकी कार पर कथित तौर पर काले झंडे और चप्पल फेंकने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को राजस्व मंत्री के वाहन को रोकने की कोशिश करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए थे और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए थे। इसके बाद 50 से अधिक लोगों पर गलत तरीके से रोकने, गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने और दंगा करने का मामला दर्ज किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि मंडी पुलिस ने शनिवार को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 126 (2), 189 (2), 190, 191 (2) के तहत मामला दर्ज किया।
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली और थुनाग क्षेत्रों में, जिन्हें हाल ही में आई आपदा में भारी नुकसान हुआ था, भाजपा कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया और मंत्री के वाहन पर कथित तौर पर काले झंडे और जूते फेंके।
एक संवाददाता सम्मेलन में नेगी ने कहा कि थुनाग बाजार में कुछ सौ प्रदर्शनकारियों का ‘कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री’ को स्थानांतरित करने में ‘निहित स्वार्थ’ था, क्योंकि इससे उनका व्यवसाय प्रभावित हुआ है, लेकिन छात्र और उनके अभिभावक नहीं चाहते कि कॉलेज को सुंदरनगर से थुनाग स्थानांतरित किया जाए।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कॉलेज तो खोल दिया, लेकिन न तो पर्याप्त बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराया और न ही छात्रावास, जिसके कारण छात्र ‘पेइंग गेस्ट’ की सुविधा मुहैया कराने वाली आवासीय इमारतों में रह रहे हैं।
नेगी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने राष्ट्रीय ध्वज के ‘अपमान’ की निंदा तक नहीं की है।
उन्होंने कहा कि जब विधायकों पर राज्यपाल के राष्ट्रीय ध्वज वाले वाहन को रोकने के लिए राजद्रोह का मामला दर्ज किया जा सकता है, तो इसी तरह का अपराध करने वाले अन्य लोगों पर मामला क्यों नहीं दर्ज किया जाना चाहिए।
नेगी ने कहा कि कानून सभी के लिए समान है।
भाषा संतोष पारुल
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