चंडीगढ़, 27 जुलाई (भाषा) हरियाणा में कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को दूसरे दिन सामान्य पात्रता परीक्षा (सीईटी) संपन्न हो गई।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि परीक्षाएं सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए ‘‘सभी ने एक टीम के रूप में काम किया।’’
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) ने ‘ग्रुप सी’ पदों की भर्ती के लिए सीईटी परीक्षा आयोजित की। सुबह और दोपहर की पाली में आयोजित हुई यह परीक्षा शनिवार को भी आयोजित की गई थी।
परीक्षा में 13 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए, जिनमें से 6.70 लाख से अधिक ने रविवार को परीक्षा दी, जिससे कुल औसत उपस्थिति 90 प्रतिशत से अधिक रही।
हरियाणा के 22 जिलों और चंडीगढ़ में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए तथा उचित व्यवस्था की गई।
हरियाणा परिवहन विभाग द्वारा परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष बस सेवाओं की व्यवस्था की गई।
एचएसएससी के अध्यक्ष हिम्मत सिंह ने व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए रोहतक का दौरा किया। उन्होंने कहा कि परीक्षाएं सुचारू रूप से संपन्न हुईं।
अधिकारियों ने बताया कि अभ्यर्थियों को पूरी जांच के बाद ही परीक्षा केंद्र में दाखिल होने दिया गया।
इससे पहले दिन में, सैनी ने रविवार को पंचकूला में संवाददाताओं से कहा कि सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं ताकि किसी भी उम्मीदवार को कोई परेशानी न हो।
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार को परीक्षा आयोजित करने में कोई समस्या आई है, उन्होंने कहा, ‘‘जब हर कोई एक टीम के रूप में काम करता है, तो चुनौती छोटी हो जाती है।’’
इस बीच, कैथल के एक दिव्यांग अभ्यर्थी ने कहा कि सरकार ने उनके जैसे लोगों के लिए घर से आने-जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की है।
करनाल में परीक्षा देने जा रही एक महिला अभ्यर्थी को मामूली चोट आ गयी, जिसे प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में अधिकारियों द्वारा केंद्र पर छोड़ दिया गया।
शनिवार को 6.70 लाख से अधिक अभ्यर्थी सीईटी में शामिल हुए थे।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 की धारा 163 (उपद्रव या आशंका वाले खतरे के तत्काल मामलों में आदेश जारी करने की शक्ति) के तहत सभी परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की गई।
भाषा शफीक शोभना
शोभना