बिहार में चल रहे एसआईआर अभियान के तहत वोटर लिस्ट तैयार करने की प्रक्रिया का पहला चरण पूरा हो गया। यह चरण 24 जून से शुरू होकर 25 जुलाई तक चला, जिसमें राज्य भर के लोगों से ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से एनुमरेशन फॉर्म लिए गए।
26 जुलाई को इस डेटा को ‘फ्रीज’ कर दिया गया, यानी इसमें अब किसी तरह का बदलाव नहीं किया जा सकेगा। सूत्रों के अनुसार करीब 65 लाख मतदाताओं के नाम इस लिस्ट से हटाए जाएंगे। इनमें वे नाम शामिल हैं जो या तो मृत घोषित हो चुके हैं, स्थायी रूप से राज्य से बाहर शिफ्ट हो गए हैं, डुप्लीकेट हैं या फिर लापता हैं।
आयोग द्वारा दिए गए आंकड़ों के हिसाब से 7.89 करोड़ वोटर वाली बिहार की इस वोटर लिस्ट में अब 8.31 फीसदी वोटर कम होकर वोटरों की संख्या 7.24 करोड़ रह जाएगी। इसमें अभी फाइनल वोटर लिस्ट आने पर वोटरों की संख्या और घट या बढ़ सकती है। पूरे हुए पहले चरण में बिहार के 91.69 फीसदी वोटरों ने अपने-अपने एनुमरेशन फॉर्म जमा करा दिए हैं।