शाहजहांपुर (उप्र) 28 जुलाई (भाषा) शाहजहांपुर पुलिस ने कथित धर्मांतरण के आरोप में गिरफ्तार ईसाई समुदाय के एक आरोपी के खाते में रुपये देने वाली संस्था के खातों की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि चार आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश द्विवेदी ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सिधौली में गिरफ्तार किए गए तमिलनाडु निवासी पदमनाभन के खाते में तमिलनाडु की एक संस्था ‘जीसस रेडीमेड’ ने 25 लाख रुपये भेजे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘जब पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की तब पता चला कि ‘जीसस रेडीमेड’ का खाता 2017 में खोला गया था और इसके बाद इस खाते में कितना लेनदेन किया गया, यह जांच का विषय है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘संस्था ने शाहजहांपुर के अलावा अन्य जिलों में भी अपने समुदाय के लोगों को धनराशि भेजी। इस मामले की जांच भी की जा रही है।’’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में थाना रामचंद्र मिशन में एक, सिधौली में दो, निगोही में एक और खुटार में दो मामले सामने आए हैं जिनमें 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
द्विवेदी ने बताया, ‘‘हमें अंदेशा है कि तमिलनाडु की संस्था के खाते में जो धनराशि आई, वह कहीं विदेश से तो नहीं भेजा जा रहा है। इस मामले में साइबर प्रकोष्ठ के अलावा कई टीम लगाई हैं और जल्दी इस मामले का खुलासा किया जाएगा।’’
उन्होंने बताया कि थाना खुटार के कुंभी गांव में भी ईसाई समुदाय के हरिश्चंद्र (50) तथा उनके बेटे शैलेश (25) को रविवार को हिरासत में लिया गया और उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि निगोही थाना क्षेत्र के गांव चैना रुबिया में भी ईसाई समुदाय से जुड़े हेमराज तथा ओमपाल को धर्म परिवर्तन करने के मामले में हिरासत में ले लिया गया है।
द्विवेदी ने बताया कि हमें रुपयों के लेनदेन के जो प्रमाण मिले हैं जिससे यह मामला गंभीर प्रतीत होता है और गहनता से इसकी जांच कर रहे हैं।
भाषा सं आनन्द खारी
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