अंबाला, 28 जुलाई (भाषा)हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को तीज के अवसर पर महिलाओं के लिए ‘लाडो सखी योजना’ की शुरुआत सहित कई घोषणाएं कीं।
उन्होंने राज्य में 131 महिला संस्कृति केन्द्रों, आंगनवाड़ियों में ‘बढ़ते कदम: डिजिटल बाल कार्यक्रम’ का भी उद्घाटन किया और महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के उपायों की घोषणा की।
सैनी ने अंबाला शहर में आयोजित राज्य स्तरीय तीज समारोह को संबोधित करते हुए 10 साल पहले शुरू किए गए ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान का जिक्र किया और कहा कि इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में राज्य का लिंगानुपात 871 था, जो अब सुधर कर 906 हो गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस अभियान को मजबूती से आगे बढ़ा रही है।
सैनी ने कहा कि इस अभियान को और मजबूत करने के लिए लाडो सखी योजना शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि इसके तहत गर्भवती महिलाओं को व्यक्तिगत सहायता और निगरानी प्रदान करने के लिए एक ‘लाडो सखी’ को उनके साथ जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लाडो सखियां आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) और सहायक नर्स दाइयां होंगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बालिका के जन्म पर, नामित लाडो सखी को 1,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि मिलेगी।
इस मौके पर हरियाणा के मंत्री अनिल विज, श्रुति चौधरी और प्रदेश भाजपा प्रमुख मोहन लाल बडोली भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने हरियाणा भर में 131 महिला संस्कृति केंद्रों का ऑनलाइन उद्घाटन किया। ये केंद्र महिलाओं को गायन, नृत्य और भक्ति प्रदर्शन जैसी सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए मंच प्रदान करेंगे।
भाषा धीरज दिलीप
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