तिरुवनंतपुरम, 28 जुलाई (भाषा) वायनाड की कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी की सोमवार को कड़ी आलोचना की और इस कदम को देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बताया।
रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि नन प्रीति मेरी और वंदना फ्रांसिस के साथ-साथ सुकमन मंडावी नामक एक तीसरे व्यक्ति को स्थानीय बजरंग दल के एक पदाधिकारी की शिकायत के बाद 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था। बजरंग दल के पदाधिकारी ने उनपर नारायणपुर की तीन लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन कराने और उनकी तस्करी करने का आरोप लगाया था।
प्रियंका के वायनाड लोकसभा क्षेत्र कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कांग्रेस सांसद ने कहा कि ये गिरफ्तारियां बिना ठोस कानूनी आधार के की गयी हैं और यह भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर गंभीर हमला है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई छिटपुट घटना नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के शासनकाल में अल्पसंख्यकों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है और अपमानित किया जा रहा है। ऐसी हरकतें हमारे लोकतंत्र में न्याय और समानता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।’’
प्रियंका ने यह भी कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में सांप्रदायिक राजनीति या भीड़तंत्र के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कानून के शासन को बनाए रखने का आह्वान किया।
इस बीच, कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की आलोचना की, जिन्होंने गिरफ्तारियों का बचाव किया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अगर किसी को कोई संदेह था, तो वह ‘कोई छोटा-मोट संगठन/शख्स’ नहीं, बल्कि खुद भाजपा के एक मुख्यमंत्री हैं जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं।’’
साय द्वारा ननों पर धर्म परिवर्तन का प्रयास करने का आरोप लगाने वाले पोस्ट पर वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘बजरंग दल के गुंडों को गिरफ्तार करने के बजाय, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री उनका समर्थन कर रहे हैं और उन निर्दोष ननों का अपमान कर रहे हैं जो गरीबों के बीच सामाजिक कार्य कर रही थीं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे पता चलता है कि भाजपा भेड़ की खाल में भेड़िये के अलावा कुछ नहीं है – समावेशी होने का दिखावा करते हुए, जबकि वास्तविकता में अल्पसंख्यकों को बदनाम और निशाना बना रही है।’’
भाषा राजकुमार रंजन
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