भोपाल, 29 जुलाई (भाषा) मध्य प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने मंगलवार को मानसूत्र सत्र के दूसरे दिन भी विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया और सरकार पर जनहित से जुड़े मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
विधानसभा की कार्यवाही आरंभ होने से पहले कांग्रेस नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया और इस दौरान उन्होंने बीन बजाई।
सिंघार ने इस बारे में सवाल किए जाने पर कहा कि ‘भैंस के आगे बीन बजाने’ के संदर्भ में कांग्रेस का यह प्रतीकात्मक प्रदर्शन था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह विरोध प्रदर्शन भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) सरकार की संवेदनहीनता और मुद्दों पर चुप्पी के खिलाफ किया गया। भाजपा सरकार अब बिल्कुल भैंस के समान संवेदनहीन हो गई है। कितने भी बड़े और जनहित के मुद्दे उठाए जाएं, सरकार उन्हें सुनने और समझने को तैयार नहीं होती।’’
पूर्व कृषि मंत्री और कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने कहा कि विपक्षी सदस्यों ने ‘सो रही सरकार’ को जगाने के लिए बीन बजाई।
उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को न किसानों की चिंता है, न ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) की, न महिलाओं और न ही आदिवासी वर्ग की। सरकार भैंस की तरह सोई है, इसीलिए उसे बीन बजाकर जगाने की कोशिश की है।’’
इससे पहले, कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 फीसदी आरक्षण लागू करने और जाति आधारित जनगणना में पारदर्शिता के मुद्दे पर विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया था। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार पर ओबीसी वर्ग के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए ‘पल-पल रंग बदलती है, सरकार नहीं यह गिरगिट है’ के नारे लगाए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के विधायक हाथों में सांकेतिक तौर पर ‘गिरगिट’ की प्रतिकृति लिए हुए थे।
मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार से हुई। बारह दिन तक प्रस्तावित इस सत्र के दौरान 10 बैठकें होनी है।
भाषा ब्रजेन्द्र सिम्मी
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