नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) बीजू जनता दल (बीजद) के सांसदों ने मंगलवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया और भाजपा शासित ओडिशा में कथित रूप से बिगड़ती कानून-व्यवस्था, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ने की निंदा की।
‘महिलाओं की चीख और सरकार की खामोशी’ तथा ‘ओडिशा बीजेपी का शासन, अपराधियों की शान’ लिखी तख्तियां लिए बीजद सदस्यों ने हाल की ‘‘भयावह’’ घटनाओं में केंद्र से तत्काल हस्तक्षेप करने और न्यायिक जांच की मांग की।
राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा ने कहा, ‘‘ओडिशा में आज महिलाएं और बच्चे पूरी तरह असुरक्षित हैं। कानून-व्यवस्था चरमरा रही है।’’
बालासोर के एफएम कॉलेज की एक छात्रा के साथ हुई घटना का हवाला देते हुए पात्रा ने कहा, ‘‘उसने मुख्यमंत्री सहित सभी से गुहार लगाई थी, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।’’
छात्रा ने न्याय की गुहार अनसुनी होने पर आत्मदाह कर लिया था।
उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘और अब पुरी में एक और लड़की को बदमाशों ने पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया और वह दिल्ली के एम्स में जिंदगी के लिए जूझ रही है।’’
बीजद सांसद ने भाजपा नीत ओडिशा सरकार पर ‘‘पूरी तरह से विफल’’ होने का आरोप लगाया और इन मुद्दों पर उसके रुख को ‘‘सुविधाजनक और दोहरे मानदंडों वाला’’ करार दिया।
पात्रा ने कहा कि बीजद दोनों घटनाओं की न्यायिक जांच और ‘‘बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई’’ की मांग करता है।
बीजद सांसद मुजीबुल्ला खान ने भी इसी तरह की चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने के लिए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा तो दिया, लेकिन वह ‘‘हमारी बेटियों की सुरक्षा करने में नाकाम’’ रही है।
बीजद के एक अन्य सांसद सुभाशीष खुंटिया ने कहा कि ओडिशा में ‘‘डबल इंजन सरकार’’ रहने के दौरान महिलाओं और छात्राओं के खिलाफ अपराध ‘‘बेरोकटोक’’ जारी है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।’’
भाषा सुभाष माधव
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