मुंबई, 29 जुलाई (भाषा) भारतीय उद्योग जगत चालू वित्त वर्ष में औसतन 6.2-11.3 प्रतिशत तक वेतन वृद्धि कर सकता है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह अनुमान जताया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक] नियोक्ता कौशल प्रमाणन और प्रोत्साहन आधारित जुड़ाव पर अधिक ध्यान देकर अपनी कार्यबल रणनीतियों को नया रूप दे रहे हैं।
!टीमलीज सर्विसेज – जॉब्स एंड सैलरी प्राइमर 2025-26@ रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न उद्योगों में औसत वेतन वृद्धि 6.2 प्रतिशत से 11.3 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है। कुछ भूमिकाओं में वेतन वृद्धि 13.8 प्रतिशत तक हो सकती है।
टीमलीज सर्विसेज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (कार्यबल) कार्तिक नारायण ने कहा, ‘‘6.2 प्रतिशत से 11.3 प्रतिशत तक की अनुमानित वेतन वृद्धि, भारत के रोजगार और वेतन परिदृश्य में व्यापक बदलाव का संकेत देती है। जैसे-जैसे नए जमाने के उद्योग तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसी भूमिकाओं की मांग भी बढ़ रही है, जो तकनीकी क्षमता को तत्काल व्यावसायिक जरूरतों के साथ जोड़ती हैं।”
यह रिपोर्ट 23 उद्योगों और 20 शहरों के 1,308 व्यवसायों से रायशुमारी पर आधारित है।
इसके मुताबिक, ईवी और ईवी अवसंरचना (11.3 प्रतिशत), टिकाऊ उपभोक्ता सामान (10.7 प्रतिशत), खुदरा (10.7 प्रतिशत) और एनबीएफसी (10.4 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय अजय
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