नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) अमेरिका को स्मार्टफोन निर्यात के लिहाज से भारत ने 2025 की दूसरी तिमाही में पहली बार चीन को पीछे छोड़ दिया है।
शोध कंपनी कैनालिस के अनुसार, शुल्क वार्ताओं के बीच चीन की व्यापार हिस्सेदारी घटने के कारण ऐसा हुआ और भारत, अमेरिका पहुंचने वाले स्मार्टफोन का सबसे बड़ा विनिर्माण केंद्र बनकर उभरा।
कैनालिस (अब ओमडिया का हिस्सा) के शोध से पता चला कि शुल्क संबंधी चिंताओं के बीच विक्रेताओं के अपने भंडार को बढ़ाने के चलते चालू कैलेंडर वर्ष की दूसरी तिमाही में अमेरिका में स्मार्टफोन का आयात एक प्रतिशत बढ़ गया।
इसके मुताबिक, चीन के साथ व्यापार वार्ता को लेकर अनिश्चितता के कारण आपूर्ति श्रृंखला को तैयार करने का काम तेज हुआ है।
अमेरिका पहुंचने वाले स्मार्टफोन में चीन की हिस्सेदारी अप्रैल-जून में घटकर 25 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 61 प्रतिशत थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस गिरावट का ज्यादातर हिस्सा भारत को मिला। भारत में बने स्मार्टफोन की कुल मात्रा में सालाना आधार पर 240 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और अब अमेरिका पहुंचने वाले स्मार्टफोन में भारत की 44 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा केवल 13 प्रतिशत था।
कैनालिस के प्रमुख विश्लेषक संयम चौरसिया ने कहा, ‘‘भारत 2025 की दूसरी तिमाही में पहली बार अमेरिका में बिकने वाले स्मार्टफोन का प्रमुख विनिर्माण केंद्र बन गया है, जिसकी मुख्य वजह अमेरिका और चीन के बीच अनिश्चित व्यापार परिदृश्य के बीच एप्पल द्वारा भारतीय आपूर्ति श्रृंखला को तेजी से बढ़ाना है।’’
भाषा पाण्डेय अजय
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