कीव, 29 जुलाई (एपी) रूस ने सोमवार रात को यूक्रेन की एक जेल और एक चिकित्सा केंद्र समेत देश के विभिन्न हिस्सों में हमले किये, जिसमें कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। प्राधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को धमकी दी थी कि अगर वह नहीं रुका, तो उस पर जल्द ही प्रतिबंध और शुल्क लगाए जाएंगे, हालांकि इसके बावजूद रूस की तरफ से हमले जारी हैं।
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि रूस ने रातभर यूक्रेन पर दो बैलिस्टिक मिसाइलें, 37 ड्रोन दागे। उसने बताया कि 32 ड्रोन को मार गिराया।
अधिकारियों ने बताया कि रूस ने यूक्रेन के दक्षिण-पूर्वी जापोरिजिया क्षेत्र में एक जेल को निशाना बनाकर विमान से चार शक्तिशाली बम गिराए, जिसमें कम से कम 17 कैदियों की मौत हो गई और 80 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए।
यूक्रेन की ‘स्टेट क्रिमिनल एग्जीक्यूटिव सर्विस’ के अनुसार यह हमला सोमवार देर रात किया गया जिसमें चार बम गिराकर ‘बिलेनकिवस्का करेक्शनल कॉलोनी’ को निशाना बनाया गया।
प्राधिकारियों ने बताया कि कम से कम 42 कैदियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 40 अन्य लोगों को अन्य तरह की चोटें आई हैं।
इसके अलावा ड्नीप्रो क्षेत्र के कामियान्सके शहर को निशाना बनाते हुए मिसाइल हमले किए गए जिससे तीन मंजिला इमारत का हिस्सा नष्ट हो गया और शहर के एक प्रसूति अस्पताल और एक अन्य अस्पताल का वार्ड समेत पास की चिकित्सा सुविधाओं को नुकसान पहुंचा।
अधिकारियों ने बताया कि चार लोगों की मौत हो गई और एक गर्भवती महिला समेत आठ लोग घायल हो गए।
रूस के अन्य हमले में सिनेलेन्यीकीवस्की जिले की बस्तियों को ड्रोन और हवाई बमों से निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि देशभर में 73 शहरों, कस्बों और गांवों पर रूस की ओर से किए गए हमलों में 22 लोग मारे गए हैं। जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर कहा, ‘‘यह दुर्घटनावश नहीं हुआ, ये हमले जानबूझकर, साजिश के तहत किए गए।’’
यूक्रेन ने रूसी हमलों का जवाब देने के लिए अपनी लंबी दूरी की ड्रोन तकनीक विकसित की है, जिसके जरिए वह तेल भंडार, हथियार संयंत्रों पर हमला कर रहा है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि रातभर विभिन्न क्षेत्रों में यूक्रेन के 74 ड्रोन मार गिराए।
इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध रोकने के लिए अब सिर्फ 10 से 12 दिन का वक्त दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने पुतिन को 50 दिन की समयसीमा दी थी।
ट्रंप ने 14 जुलाई को कहा था कि अगर सितंबर की शुरुआत तक शांति समझौता नहीं होता तो वह रूस पर अत्यधिक शुल्क लगाएंगे लेकिन सोमवार को ट्रंप ने कहा कि अब वह पुतिन को सिर्फ 10 से 12 दिन का वक्त दे रहे हैं, यानी वह चाहते हैं कि सात से नौ अगस्त तक शांति के प्रयासों में ठोस प्रगति हो।
ट्रंप के इस कदम के तहत रूस के व्यापारिक साझेदारों पर भी प्रतिबंध और अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने के आसार हैं। ट्रंप ने कहा कि इसकी औपचारिक घोषणा बाद में की जाएगी।
समय सीमा घटाने को लेकर ट्रंप ने कहा, ‘‘इंतजार की कोई ठोस वजह नहीं है। हमें कोई प्रगति होती नहीं दिख रही।’’
स्कॉटलैंड की यात्रा के दौरान ट्रंप ने कहा कि पुतिन को ‘‘समझौता करना होगा। काफी संख्या में लोग मर रहे हैं।’’
पलटवार करते हुए पुतिन के एक शीर्ष सहयोगी ने ट्रंप को रूस के साथ ये ‘‘समयसीमा का खेल’’ खेलने को लेकर चेतावनी दी।
रूस के पूर्व राष्ट्रपति एवं देश की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रूस न तो इजराइल है और न ही ईरान।’’
मेदवेदेव ने कहा, ‘‘हर नयी समयसीमा एक धमकी है और युद्ध की ओर एक कदम है।…’’
एपी खारी दिलीप
दिलीप