(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) दिल्ली में मंगलवार को भारी बारिश के बाद कई इलाकों में व्यापक जलभराव के कारण यातायात बाधित हो गया, जिससे यात्रियों को जलमग्न सड़कों और गलियों से होकर गुजरना पड़ा।
शहर के विभिन्न हिस्सों से आई तस्वीरों में जाम लगे चौराहों पर वाहनों की लंबी कतारें दिखाई दे रही थीं। कई इलाकों में पानी घुटनों तक पहुंच गया था, जिससे कार और दोपहिया वाहन आंशिक रूप से डूब गए।
आईटीओ, महरौली-गुरुग्राम रोड, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, नेहरू प्लेस, कैलाश कॉलोनी रोड, धौला कुआं, नारायणा, पटेल नगर, विजय चौक, जंगपुरा, आरके पुरम, लाजपत नगर, तालकटोरा रोड, आजाद मार्केट अंडरपास और जखीरा अंडरपास जैसे कई इलाकों में यातायात जाम रहा।
इसके अलावा कनॉट प्लेस, सदर बाजार और चांदनी चौक सहित अन्य स्थानों पर जलभराव हुआ जिससे दुकानदारों पर असर पड़ा और व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुईं।
फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन ने बताया कि कुतुब रोड, तेलीवाड़ा, क्रॉकरी मार्केट, टोलियावाली गली, रुई मंडी, गांधी मार्केट और पान मंडी जैसे इलाकों में तीन से चार फुट तक पानी जमा हो जाने से स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे पैदल निकले लोगों के लिए भी चलना मुश्किल हो गया है।
एसोसिएशन ने दावा किया, ‘बारिश होते ही सदर बाज़ार में कई घंटों के लिए बिजली गुल हो जाती है। शॉर्ट सर्किट या करंट लगने के खतरे को रोकने के लिए बिजली काट दी गई थी क्योंकि कई दुकानों में पानी घुस गया था।’
इस बीच, कनॉट प्लेस स्थित नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन (एनडीटीए) ने वाणिज्यिक परिसर के कई ब्लॉकों में जलभराव के वीडियो साझा किए।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अनुसार, मंगलवार सुबह बाढ़ नियंत्रण कक्ष में जलभराव के संबंध में लगभग 90 कॉल प्राप्त हुईं।
दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि मिंटो ब्रिज अंडरपास, मूलचंद अंडरपास और पुल प्रहलादपुर जैसे ‘हॉटस्पॉट’ पर जलभराव नहीं है।
उन्होंने कहा, “ बदलती दिल्ली – जलभराव से राहत की ओर! जहां हर बरसात में पानी रुक जाता था, अब वहां से ट्रैफिक भी बिना रुके गुजर रहा है। सपनों की दिल्ली अब सिर्फ वादा नहीं, हकीकत बन रही है।”
वर्मा ने तीनों स्थानों पर सुचारू यातायात के वीडियो साझा किए।
हालांकि, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कहा कि मिंटो ब्रिज अंडरपास में जलजमाव की सूचना मिली थी और इसके कारण कुछ समय के लिए यातायात का मार्ग बदलना पड़ा था।
पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘मिंटो ब्रिज पर जलजमाव डीजेबी (जल बोर्ड) के नाले के ‘ओवरफ्लो’ होने के कारण हुआ, लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं रहा। यातायात का 10 से 15 मिनट के लिए मार्ग बदलना पड़ा।’
वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जलभराव वाले आईटीओ क्रॉसिंग का दौरा किया और कहा कि उनकी सरकार ने नगर निगम अधिकारियों से ऐसे प्रत्येक स्थान के बारे में ‘विस्तृत रिपोर्ट’ मांगी है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र से 30-45 मिनट के भीतर पानी निकल गया।
गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारी सभी टीमें सतर्क हैं और अधिकारी जलभराव की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। कुछ स्थानों पर पानी जमा हो गया था, लेकिन उसे समय पर निकाल दिया गया। मैंने आईटीओ पर स्थानीय लोगों से बात की और उन्होंने बताया कि आधे घंटे से 45 मिनट के भीतर पानी कम हो गया।’
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, सुबह 8.30 बजे से 11.30 बजे के बीच शहर के सफदरजंग स्थित प्राथमिक मौसम केंद्र में 63.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि अन्य स्टेशनों में अलग-अलग मात्रा में वर्षा दर्ज हुई। रिज में 129.4 मिमी, आयानगर में 23 मिमी, लोधी रोड में 64.5 मिमी, प्रगति मैदान में 44.4 मिमी और पूसा में 37.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
गाजियाबाद से आने वाले राजीव शर्मा ने कहा, ‘आमतौर पर मुझे मध्य दिल्ली स्थित अपने कार्यालय पहुंचने में लगभग 45 मिनट लगते हैं, लेकिन आज मुझे लगभग ढाई घंटे लग गए। सड़कें पूरी तरह से पानी से लबालब थीं, और गाड़ियां चल नहीं पा रही थी।”
दक्षिण दिल्ली से कनॉट प्लेस जा रहे ऑटो चालक अब्दुल कय्यूम ने कहा, ‘गाड़ियां रेंग रही थीं और सभी यातायात सिग्नल बंद थे। आमतौर पर यह दूरी 20 से 25 मिनट की होती है, लेकिन मैं एक घंटे से ज़्यादा समय तक फंसा रहा।’
दिल्ली यातायात पुलिस ने ‘एक्स’ पर जाम और मार्ग परिवर्तन के बारे में जानकारी साझा की तथा लोगों को प्रभावित मार्गों से बचने की सलाह दी।
मंगलवार सुबह के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया था, लेकिन बाद में सुबह 11 बजे के बाद इसे ‘ऑरेंज अलर्ट’ कर दिया गया।
मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश…. ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं।
आईएमडी ने दिन में मध्यम से भारी वर्षा, बिजली चमकने और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति से सतही हवाएं चलने का अनुमान व्यक्त किया है।
उसने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 0.5 डिग्री कम है जबकि अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम है।
सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 70 प्रतिशत दर्ज की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 87 दर्ज किया गया जो संतोषजनक श्रेणी में आता है।
सीपीसीबी के अनुसार, एक्यूआई को शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
भाषा नोमान प्रशांत
प्रशांत