नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि देश भर में 2014 से अब तक मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 से बढ़कर 780 हो गई है, वहीं इस क्षेत्र में स्नातक सीटें 51,348 से बढ़कर 1,15,900 और स्नातकोत्तर सीटें 31,185 से बढ़कर 74,306 हो गई हैं।
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
नड्डा ने कहा कि सरकार ने मेडिकल कॉलेजों, स्नातक (यूजी) और स्नातकोत्तर (पीजी) सीटों की संख्या में वृद्धि की है।
नड्डा ने कहा कि यह मानते हुए कि एलोपैथिक और आयुष दोनों प्रणालियों में 80 प्रतिशत पंजीकृत चिकित्सक उपलब्ध हैं, देश में डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात 1:811 होने का अनुमान है।
देश भर मे 13,86,157 पंजीकृत एलोपैथिक डॉक्टर और आयुष चिकित्सा पद्धति में 7,51,768 पंजीकृत चिकित्सक हैं।
नड्डा ने कहा कि लोक स्वास्थ्य राज्य का विषय है और देश में विभिन्न स्वास्थ्य सेवा व्यवस्थाओं में उपलब्ध चिकित्सकों की नियुक्ति का मामला राज्य सरकारों के अधिकार क्षेत्र में आता है। हालांकि, स्वास्थ्य सेवा में कमियों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के माध्यम से राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सहायता प्रदान करती है।
नड्डा ने कहा कि ग्रामीण आबादी को समान स्वास्थ्य सेवा मुहैया करने के लिए परिवार दत्तक कार्यक्रम (एफएपी) को एमबीबीएस पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
एफएपी में मेडिकल कॉलेज गांवों को गोद लेते हैं और एमबीबीएस छात्र इन गांवों के परिवारों को गोद लेते हैं।
उन्होंने कहा कि इससे परिवारों को सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बारे में शिक्षित करने में भी मदद मिलती है।
भाषा अविनाश माधव
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