पेशावर, 30 जुलाई (एपी) काराकोरम पर्वतमाला की लैला चोटी पर फंसी जर्मनी की ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बायथलीट लॉरा डाहलमेयर तक पहुंचने के प्रयास बुधवार को फिर से शुरू कर दिए गए।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में गिलगित-बाल्टिस्तान की क्षेत्रीय सरकार के प्रवक्ता फैजुल्लाह फराक ने बताया कि स्थानीय पर्वतारोहियों और ‘पोर्टर’ की टीम खराब मौसम के बावजूद लैला पर्वत चोटी पर फंसी डाहलमेयर तक पहुंचने की कोशिशों में जुटी है।
डाहलमेयर 2017 के महिला बायथलॉन विश्व कप की विजेता रह चुकी हैं। वह सोमवार को काराकोरम पर्वतमाला की लैला पर्वत चोटी पर चढ़ाई के दौरान गिरती चट्टानों की चपेट में आकर घायल हो गई थीं और तभी से वहां फंसी हुई हैं।
फराक ने बताया कि इसी पर्वत चोटी पर चढ़ाई का प्रयास कर रहे दो अमेरिकियों सहित अन्य पर्वतारोही बचाव अभियान में शामिल होने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सैन्य हेलीकॉप्टर मंगाए गए हैं, लेकिन कम दृश्यता और लगातार खराब मौसम व बारिश के कारण वे बचाव अभियान में हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं।
फाराक के मुताबिक, 31 वर्षीय डाहलमेयर को बचाए जाने के बाद स्कार्दू शहर लाया जाएगा।
स्थानीय प्राधिकारियों ने डाहलमेयर की साथी पर्वतारोही मरीना इवा से उनके संकट में फंसने का संकेत मिलने के बाद सोमवार को बचाव अभियान शुरू किया। मरीना मंगलवार को बचावकर्मियों की मदद से आधार शिविर लौटने में सफल रहीं।
जर्मनी में डाहलमेयर की प्रबंधन टीम के अनुसार, डाहलमेयर सोमवार दोपहर लगभग 5,700 मीटर की ऊंचाई पर दुर्घटना का शिकार हो गईं। जर्मन प्रसारक ‘जेडडीएफ’ ने बताया कि गिरती चट्टानों की चपेट में आने से उन्हें गंभीर चोटें आई हैं।
‘अल्पाइन क्लब ऑफ पाकिस्तान’ के उपाध्यक्ष करार हैदरी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया, “डाहलमेयर की स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। हालांकि, उनके पास ऑक्सीजन है, जिसकी बदौलत वह कई दिनों तक जीवित रह सकती हैं।”
हैदरी ने कहा, “आसमान में घने बादल छाए हुए हैं और लैला चोटी की ऊंची ढलानों पर बारिश हो रही है। बचाव दल खतरनाक इलाकों से होते हुए डाहलमेयर तक पहुंचने के प्रयास कर रहे हैं।”
एपी
शुभम पारुल
पारुल