मुंबई, 30 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र में विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपने विवादास्पद कैबिनेट सहयोगियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
राकांपा (एसपी) ने जानना चाहा कि आलोचनाओं से घिरे राकांपा मंत्री माणिकराव कोकाटे को उनकी पार्टी ने क्यों सिर्फ फटकार लगाकर छोड़ दिया।
राकांपा (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने कहा कि सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का नेतृत्व कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विवादास्पद मंत्रियों पर लगाम लगाने में असहाय प्रतीत होती है।
शिंदे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मंत्रियों के ‘‘कदाचार’’ के कारण उनके इस्तीफे नहीं लिए गए।
शिंदे ने सवाल किया, ‘‘इससे पहले, यही भाजपा नेता सत्ता में बैठे लोगों (एमवीए मंत्रियों) के इस्तीफे को लेकर आक्रामक थे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार कितनी बार (अपनी पार्टी और कैबिनेट सहयोगी) माणिकराव कोकाटे को फटकार लगाएंगे?’’
कोकाटे ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि किसान अपनी सब्सिडी का दुरुपयोग करते हैं। उन्होंने किसानों को भिखारी कहा था और अपने मंत्री पद को ‘‘बंजर जमीन का स्वामी’’ बताया था।
ताजा विवाद सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो से उत्पन्न हुआ है, जिसमें कोकाटे राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान सदन में अपने मोबाइल फोन पर कथित तौर पर ऑनलाइन ‘रमी’ खेलते हुए नजर आए थे।
यह विवाद अभी थमा भी नहीं था कि उन्होंने किसानों के बारे में अपनी पिछली टिप्पणियों को स्पष्ट करते हुए सरकार को ‘‘भिखारी’’ कहकर एक और विवाद खड़ा कर दिया।
विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग का सामना कर रहे कोकाटे ने मंगलवार को राकांपा प्रमुख अजित पवार से मुलाकात की।
सूत्रों के अनुसार 15 मिनट तक चली बैठक तनावपूर्ण रही, जिसमें पवार ने कथित तौर पर कोकाटे की बार-बार की गई गलतियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
शिंदे ने बुधवार को फडणवीस से विवादास्पद मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने और अपनी सरकार की छवि सुधारने का आग्रह किया था।
राकांपा (एसपी) के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विपक्षी गुट महा विकास आघाडी (एमवीए) के नेता इस मुद्दे से निपटने और कैबिनेट सदस्यों के आचरण के लिए सरकार को जवाबदेह बनाने पर चर्चा करेंगे।
भाषा रवि कांत नेत्रपाल
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