कोरबा, 30 जुलाई (भाषा) छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में कुएं के ढहने के बाद मलबे में दबे माता-पिता और उनके 30 वर्षीय बेटे के शव को 26 घंटे बाद बाहर निकाल लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि कटघोरा थानाक्षेत्र में बनवार गांव के एक घर में सोमवार रात कुएं के ढहने से छेदूराम श्रीवास (65), पत्नी कंचन बाई श्रीवास (53) और बेटे गोविंद श्रीवास (30) मलबे में दब गए थे, जिनके शवों को बुधवार को बाहर निकाल लिया गया।
उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह से पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के दल ने बचाव कार्य शुरू किया था, जो दोपहर बाद समाप्त हुआ।
बचाव दल ने लगभग 25 फुट की गहराई में तीनों का शव बरामद किया।
अधिकारियों ने बताया कि बनवार गांव निवासी छेदूराम ने दो माह पहले अपने घर में लगभग 40 फुट गहरा कुआं खुदवाया था और कुएं की खुदाई के बाद उसे कच्चा ही छोड़ दिया था।
उन्होंने बताया कि माता-पिता व पुत्र जब कुएं से मोटर पंप निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी अचानक कुआं धंस गया और वे मलबे में दब गए।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में हो रही बारिश के कारण सोमवार रात कुआं ढह गया।
उन्होंने बताया कि जब पड़ोसियों और गांव में ही अलग रहने वाले छेदूराम दो अन्य बेटों को घटना की जानकारी मिली तब उन्होंने परिवार के सदस्यों की खोज शुरू की।
अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसियों और छेदूराम के अन्य बेटों ने तीनों लोगों की चप्पल धंसी हुई देखने के बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने तीनों लोगों के दबे होने की आशंका को देखते हुए कुएं से पानी और मलबा हटाने का कार्य शुरू किया।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार देर रात तक क्षेत्र में हुई भारी बारिश से मिट्टी के और धंसने के खतरे के कारण अभियान को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा।
उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह बचाव कार्य फिर से शुरू किया गया और अपराह्न करीब दो बजे तीनों शव बरामद कर लिए गए।
अधिकारी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया और मामले की जांच जारी है।
भाषा सं संजीव जितेंद्र
जितेंद्र