नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जून के अंत में पूरे वित्त वर्ष के लक्ष्य का 17.9 प्रतिशत रहा है। महालेखा नियंत्रक (सीजीए) द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
पिछले वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों में यह 2024-25 के बजट अनुमान (बीई) का 8.4 प्रतिशत था।
मूल्य के हिसाब से राजकोषीय घाटा, या सरकार के खर्च और आमदनी के बीच का अंतर, चालू वित्त वर्ष (2025-26) की अप्रैल-जून अवधि में 2,80,732 करोड़ रुपये था।
केंद्र का अनुमान है कि 2025-26 के दौरान राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 4.4 प्रतिशत या 15.69 लाख करोड़ रुपये रहेगा।
सीजीए के अनुसार, जून, 2025 तक केंद्र का शुद्ध कर राजस्व 5.4 लाख करोड़ रुपये या 2025-26 के लिए कुल प्राप्तियों के बजट अनुमान का 19 प्रतिशत था। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में शुद्ध कर राजस्व उस वर्ष के बजट अनुमान का 21.3 प्रतिशत था।
मासिक लेखा आंकड़ों से पता चलता है कि पहली तिमाही के दौरान कुल व्यय 12.22 लाख करोड़ रुपये या बजट अनुमान का 24.1 प्रतिशत रहा। एक साल पहले इसी अवधि में यह बजट अनुमान का 20.1 प्रतिशत था।
भाषा अनुराग अजय
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