पणजी, 31 जुलाई (भाषा) गोवा सरकार ने बृहस्पतिवार को विधानसभा को सूचित किया कि राज्य के मुख्य दो जिला अस्पतालों – मापुसा के असिलो और मडगांव के होस्पिसियो – में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मामलों में अप्रैल 2022 से हर साल लगातार वृद्धि देखी गई है।
यहां कुछ ही महीनों के दौरान हर माह उपचार को आने वाले रोगियों की संख्या एक हजार के पार जा पहुंची है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे द्वारा सदन में लिखित तौर पर दिए एक जवाब में यह भी बताया कि वयस्क (19 से 59 वर्ष) और वरिष्ठ नागरिक (60 और उससे अधिक) इस रोग से अधिक ग्रसित हैं जबकि नाबालिगों (शून्य से 18 वर्ष) की संख्या बहुत कम है।
जवाब के तौर पर दिए गए आंकड़ों से पता चला है कि पिछले कुछ महीनों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में अधिक हो गई है, यह विशेष रूप से अधिक उम्र के लोगों में देखा जा रहा है।
दक्षिण गोवा जिला अस्पताल (होस्पिसियो) में मानसिक स्वास्थ्य रोगियों की संख्या अप्रैल 2022 में 716 थी जो जून 2025 में बढ़कर 954 पहुंच गई है जिसमें सबसे ज्यादा बढ़ोतरी फरवरी 2023 में हुई थी, जब मरीजों की संख्या 1,191 तक पहुंच गई थी।
उत्तर में कहा गया है कि इसी प्रकार, उत्तर गोवा जिला अस्पताल (असिलो मापुसा) में मरीजों की संख्या अप्रैल 2022 में 493 थी जो जून 2025 में बढ़कर 886 हो गई। यहां मार्च 2024 में 1,005 मामले और जनवरी 2025 में 863 मामले दर्ज किए गए।।
भाषा यासिर नरेश
नरेश