नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा) इस्पात और खनन क्षेत्र की वैश्विक कंपनी आर्सेलरमित्तल का अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ तीन गुना से अधिक होकर 179.3 करोड़ डॉलर पहुंच गया। यह वृद्धि मुख्य रूप से असाधारण मदों के सकारात्मक प्रभाव के कारण हुई है।
लक्जमबर्ग स्थित कंपनी ने बृहस्पतिवार को जून तिमाही, 2025 के इस वित्तीय नतीजे की घोषणा की। पिछले साल की समान तिमाही में इसने 50.4 करोड़ डॉलर का शुद्ध लाभ कमाया था।
आर्सेलरमित्तल की भारत में मौजूदगी एएमएनएस इंडिया के रूप में है जो उसका निप्पॉन स्टील के साथ संयुक्त उपक्रम है।
कंपनी ने बयान में कहा कि जून तिमाही में उसका शुद्ध लाभ जनवरी-मार्च तिमाही के 80.5 करोड़ डॉलर से बढ़कर 179.3 करोड़ डॉलर हो गया। इसमें 80 करोड़ डॉलर की असाधारण आय (हानि और कर प्रभावों को समायोजित करने के बाद) भी शामिल है।
जनवरी-जून की अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ बढ़कर 259.8 करोड़ डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 144.2 करोड़ डॉलर था। इसमें असाधारण मदों के साथ-साथ विदेशी मुद्रा लाभ भी प्रमुख कारक रहे।
आर्सेलरमित्तल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी आदित्य मित्तल ने कहा, ‘हम अपने नतीजों में वर्ष 2024 के मुकाबले सुधार देख रहे हैं।… कंपनी का मजबूत बही-खाता और विविध कारोबारी ढांचा उसे वृद्धि में निवेश और शेयरधारकों को लगातार लाभ देने में सक्षम बनाता है।’
भारत के बारे में कंपनी ने कहा कि देश सबसे तेजी से बढ़ता हुआ प्रमुख इस्पात बाजार बना हुआ है और बुनियादी ढांचा निवेश के चलते मांग मजबूत बनी हुई है।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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